साल 2013 में केदारनाथ में आई प्राकृतिक आपदा के चलते पूरी केदारनाथ घाटी तहस-नहस हो गई थी. करीब 5000 लोग मारे गए थे. हजारों लोग विस्थापित हो गए थे. करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ था. तब विशेषज्ञों ने इस तबाही का कारण मानसून का जल्दी आ जाना और ग्लेशियरों का पिघलना बताया था. इस तबाही के 6 साल बाद केदारनाथ की चोराबाड़ी झील में दोबारा पानी इकट्ठा हो रहा है. यह वही झील है जो 2013 में आए महाविनाश की मुख्य वजह बनी थी. अब इसमें फिर से पानी एकत्र होने लगा है. सेटेलाइट तस्वीरों के जरिए पता चला है कि 2013 की तबाही जैसा खतरा फिर से निकट आ रहा है.