राजस्थान में राज्यसभा सांसद मदनलाल सैनी को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है और वो भी तब जब सूबे में विधानसभा चुनाव होने है. इसके साथ ही अमित शाह ने बीजेपी से ओबीसी समुदाय की नाराजगी दूर करने और पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत के पक्के वोटो में सेंध का साँझा प्लान बनाया है. गेहलोत और सैनी दोनों माली समुदाय के चेहरे है. राजस्थान में उपचुनाव में बीजेपी को मिली हार के बाद वसुंधरा राजे के करीबी अशोक परणामी ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था तब से लेकर अब तक पद खाली था.
अध्यक्ष पद को लेकर हाल ही में बीजेपी अध्यक्ष के साथ बैठक में राजस्थान के बीजेपी नेता साफ कहा था कि अगर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सोच समझ कर नहीं बनाया जाता है, तो आगामी चुनाव जीतना मुश्किल हो जाएगा. इन नेताओं का मानना है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे राजपूत समुदाय से हैं और अध्यक्ष भी यदि उसी समुदाय से आते है तो दूसरी जातियां नाराज हो जाएंगी, जिसका खामियाजा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है.
राज्यसभा सांसद मदनलाल सैनी ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालते ही कहा कि पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, उसे वो निभाएंगे और चुनाव में 180 सीट जीतने का लक्ष्य पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि हम निश्चित ही विधानसभा और लोकसभा चुनाव जीतेंगे.