करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भारत और पाकिस्तान की सरकारें पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं, तभी तो निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। भारत-पाकिस्तान को विभाजित करती डेरा बाबा नानक सेक्टर की जीरो लाइन के दोनों ओर उड़ते धूल के गुबार, काम कर रहे मजदूर, इंजीनियर और विशेषज्ञ, बड़े-बड़ी मशीनें, मिट्टी व लोहे से भरे बड़े-बड़े टिप्परों का शोर सुन कर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण को लेकर दोनों देशों की सरकारें वचनबद्ध हैं। तेज हवाओं से उड़ने वाले मिट्टी के गुबार सीमाओं का बंधन तोड़कर एक दूसरे में समा जाते हैं।