आईटीबीपी की तैनाती पहाड़ या फिर बर्फ, ऐसी जगह पर ही होती है। लद्दाख में 19000 फीट की ऊंचाई और जीरो डिग्री से नीचे तापमान होता है। ऐसी जगह पर दो ही सोच दिमाग में चलती हैं, एक तो दुश्मन और अपना जीवन। इन परिस्थितियों में आईटीबीपी जवानों ने एक तीसरी सोच को भी अपने जीवन का हिस्सा बना लिया। वह है योग। जवान या अफसर ही नहीं, बल्कि आईटीबीपी के घोड़े और कुत्ते भी योगासन कर रहे हैं। अमरनाथ यात्रा और कैलाश मानसरोवर यात्रा की सुरक्षा में तैनात जवानों ने घोड़ों के साथ योग किया है। अगर संख्या की बात करें तो खोजी कुत्ते आठ से दस और घोड़े तीन-चार योगासन कर लेते हैं।