बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद अचानक से गायब हो गए हैं। इस बारे में सबसे आश्चर्य की बात ये सामने आ रही है कि राजद नेताओं को भी पता नहीं है कि वो कहां हैं? राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि वो इंग्लैंड गए होंगे, क्रिकेट का वर्ल्ड देखने। तो वहीं आज राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि तेजस्वी दिल्ली में ही हैं।
दरअसल मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से लगातार बच्चों की मौत हो रही है और एेसे में नेता प्रतिपक्ष का मृतक बच्चों के परिजनों से मिलकर सांत्वना देने और पीड़ितों का हाल ना पूछना और इस तरह से गायब हो जाना उनके राजनीतिक अपरिपक्वता को दर्शाता है।
तेजस्वी ने पीड़ितों को सांत्वना देने के लिए एक ट्वीट तक नहीं किया है। एेसे में विपक्ष का जनता की आवाज बुलंद कर सरकार तक उनकी बात को पहुंचाने के बजाय एेसे मामले में चुप्पी साध लेना, नेता प्रतिपक्ष का इस तरह गायब हो जाना विपक्ष की संवेदनहीनता दिखाता है।
इस मामले को लेकर सत्ता पक्ष लगातार तेजस्वी पर हमला बोल रहा है और शायद इसीलिए राजद के राज्यसभा सांसद को कहना पड़ा है कि तेजस्वी दिल्ली में ही हैं और मुजफ्फरपुर की घटना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
बता दें कि एइएस से बिहार में अब तक 150 बच्चों की मौत से हाहाकार मचा हुआ है। बच्चों की मौत से ना सिर्फ नीतीश सरकार बल्कि विपक्ष भी घिरता जा रहा है। जी हां, सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक हर कोई पूछ रहा है कि इस मुद्दे पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव चुप क्यों हैं और कहां हैं?
बुधवार को जब रघुवंश प्रसाद सिंह से पत्रकारों ने सवाल पूछा कि क्या इंसेफेलाइटिस से हो रही मौतों पर सरकार के साथ विपक्ष की भी संवेदना मर गई है। अभी तक विपक्ष के नेता का बयान क्यों नहीं आया?
रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा, ‘अब मुझे पता नहीं है कि वह (तेजस्वी) यहां हैं या नहीं, लेकिन हम अनुमान लगाते हैं कि वर्ल्ड कप चल रहा है तो वह वहीं गए होंगे। हम अनुमान लगाते हैं, हालांकि कोई जानकारी नहीं है।
बीते कुछ दिनों में राज्य सरकार की चमकी बुखार को लेकर बरती गई ढिलाई से सूबे के आम लोगों के अंदर नाराज़गी पनपी है और यही वजह है कि मंगलवार को जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी मुजफ्फरपुर के एसकेसीएचएम अस्पताल में हालात का जायजा लेने पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों ने विरोध में ‘मुख्यमंत्री वापस जाओ, नीतीश गो बैक के नारे लगाए थे।