नई दिल्ली : भाजपा के वरिष्ठ नेता जगत प्रकाश नड्डा पार्टी के नए कार्यकारी अध्यक्ष चुने गए हैं। सोमवार को भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में उनको कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने का फैसला किया गया। नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह समेत बोर्ड के सभी सदस्यों ने बधाई दी।
भाजपा मुख्यालय में अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में हुई संसदीय बोर्ड की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, सुषमा स्वराज, थावरचंद गहलोत समेत सभी सदस्य उपस्थित रहे। बैठक के बाद राजनाथ सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में भाजपा ने कई चुनाव लड़े और सफलतापूर्वक जीत हासिल की है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शाह को गृहमंत्री बनाए जाने के बाद उन्होंने आग्रह किया कि वह एक साथ मंत्रालय और संगठन का कामकाज नही संभाल सकते। इसलिए भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में जगत प्रकाश नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष चुना है। बता दें कि नड्डा को भाजपा के ताकतवर नेताओं में गिना जाता है। पिछली मोदी सरकार में वह स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री रहे हैं। इस बार शाह को गृहमंत्री बनाए जाने के बाद से ही उनके भाजपा अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा जोरों पर रही।
हिमाचल प्रदेश के एक ब्राहमण परिवार से ताल्लुक रखने वाले नड्डा का जन्म दो दिसंबर 1960 को पटना में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पटना और एलएलबी की पढ़ाई हिमाचल प्रदेश से पूरी की। उनके पिता डॉ नारायण लाल नड्डा पटना विश्वविद्यालय के कुलपति थे। जगत प्रकाश नड्डा ने 1975 में जेपी आंदोलन से राजनीति की शुरुआत की और इसके बाद वह बिहार में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की इकाई से जुड़ गए। 1977 में वह पटना विश्वविद्यालय में छात्र संघ के चुनाव में उतरे और सचिव चुने गए। 1991 में उन्हें भाजयुमो का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया।
वर्ष 1993 में नड्डा ने हिमाचल प्रदेश की बिलासपुर विधानसभी सीट से चुनाव लड़ा और विधानसभा में विपक्ष के नेता चुने गए। 1998 औऱ 2007 में भी उन्होंने इस सीट से जीत दर्ज की। वर्ष 2012 में नड्डा ने केंद्रीय राजनीति में प्रवेश किया और हिमाचल प्रदेश से उन्हें राज्यसभा भेजा गया। इसके साथ ही वह भाजपा महासचिव भी नियुक्त किए गए। नड्डा तब तक भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष रहेंगे जब तक पार्टी का सदस्यता अभियान चलेगा और नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया पूरी नही कर ली जाती।