भारत और पाकिस्तान के बीच करीब चार माह से बंद व्यापार शुरू नहीं होने से व्यापारी बेहद परेशान हैं। जम्मू- कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले के बाद से आइसीपी अटारी से दोनों देशों के बीच कारोबार बंद पड़ा है। इससे व्यापारियों के साथ-साथ सामान ढ़ोने वाले कुली के लिए भी समस्या खड़ी हो गई है। अब मामले की जल्द समीक्षा किए जाने की उम्मीद है। इस संबंध में लैंडपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के वित्त सदस्य सीवी प्रसाद स्थिति का जायजा लेने 15 जून को आइसीपी अटारी आएंगे।
दोनाें देशों के बीच बंद पड़े व्यापार को दोबारा शुरू कराने के लिए हिंद मजदूर सभा कुली यूनियन का एक शिष्टमंडल केंद्रीय राज्य मंत्री हरदीप पुरी से नई दिल्ली में मिला। कुलवंत सिंह बावा के नेतृत्व में कुलियों के शिष्टमंडल ने केंद्रीय राज्य मंत्री के समक्ष चार माह से बंद पड़ा कारोबार दोबारा से शुरू करने और आइसीपी पर काम करने वाले 1,433 कुलियों को रेगुलर करने की मांग रखी। दूसरी तरफ लैंडपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के वित्त सदस्य सीवी प्रसाद स्थिति का जायजा लेने के लिए 15 जून को आइसीपी अटारी का दौरा करेंगे।इसके बाद इस बारे में निर्णय किए जाने की संभावना है।
15 जून को आइसीपी का दौरा करेंगे लैंडपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया के वित्त सदस्य सीवी प्रसाद
गौर हो कि पुलवामा में सुरक्षा बलों पर आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए पाक से इंपोर्ट पर कस्टम ड्यूटी 5 फीसद से बढ़ा कर 200 फीसदी कर थी। इसके साथ ही तब भारत सरकार ने 1988 में पाक को दिया मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा भी वापस लिए जाने के बाद आइसीपी अटारी पर कारोबार पूरी तरह से ठप होकर रह गया। क्योंकि, कोई भी इंपोर्टर 200 फीसदी ड्यूटी देने को तैयार नहीं।
इससे जहां आईसीपी अटारी पर काम करने वाले 1,433 कुली बेरोजगार हो गए, वहीं इंपोर्टरों को भी करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ। कुली यूनियन के गुरसाहिब ङ्क्षसह ने बताया कि शिष्टमंडल में बलविंदर सिंह बूटा, हरभजन सिंह बाबा व मोहन सिंह, जसबीर सिंह शामिल थे। उन्होंने बताया कि वे सीवी प्रसाद को कारोबार शुरू करने या कुलियों रेगलुर (सरकारी नौकरी पर) किए जाने की मांग करेंगे।
गोदामों में पड़ा है पाक से आया करोड़ों का सामान
दूसरी तरफ, केंद्रीय वर्किंग कारपोरेशन (सीडब्ल्यूसी) ने पिछले दिनों आइसीपी अटारी के गोदामों में रखे करोड़ों रुपये के पाक आयातित सामान की नीलामी का एलान किया, जिसे व्यापारियों ने हाईकोर्ट की शरण में जाकर रुकवाया। आइसीपी अटारी पर 70 हजार से ज्यादा पाक सीमेंट बैग, जिप्सम, छुआरा, मुलेठी और पुराने टायर-ट्यूब शेडों में पड़े हैं।
कारोबारियों के मुताबिक पाक से पहुंचे सामान को 24 घंटे में व्यापारियों वहां से उठाना होता है। ऐसा नहीं होने की सूरत में उन्हें डैमरेज (किराया) देना पड़ता है। अब इतना समय बीतने के बाद उन्हें किराये के साथ-साथ 200 फीसद कस्टम ड्यूटी देनी पड़ सकती है।