हरकी पैड़ी का प्रसिद्ध प्रसाद और गंगाजल लेने के लिए अब हरिद्वार जाने की जरूरत नहीं। सरस बाजार में इसकी बिक्री शुरू हो गई है, जिससे हल्द्वानी में लोगों को यह आसानी से उपलब्ध होगा। गंगाजल का इस्तेमाल धार्मिक अनुष्ठान व घर में होने वाले पूजा पाठ के लिए किया जा सकेगा। इससे लोगों का हरिद्वार आने-जाने का खर्च भी बचेगा और स्थानीय स्तर पर इसकी उपलब्धता बनी रहेगी।
स्वयं सहायता समूह करेंगे आपूर्ति
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित महिला स्वयं सहायता समूह ग्राम्य विकास विभाग के केएमवीएन कांप्लेक्स में बनाए गए सरस बाजार में गंगाजल व हरकी पैड़ी के प्रसिद्ध हरिद्वार प्रसादम की आपूर्ति करेंगे। हरिद्वार जिले के विकासखंड बहादराबाद की ग्राम पंचायत जमालपुरकलां की ग्रामीण महिलाओं द्वारा प्रसाद तैयार किया जा रहा है। जबकि श्यामपुर विकासखंड का मंशा देवी स्वयं सहायता समूह गंगाजल की आपूर्ति करेगा।
यह है गंगाजल की कीमत
लोगों की धार्मिक आस्था को देखते हुए तांबे के लोटे में गंगाजल रखा गया है। इसका मकसद प्लास्टिक का उपयोग रोकना भी है। गंगाजल के एक छोटे लोटे की कीमत 130 रुपये रखी गई है। मीडियम साइज के लिए लोगों को 185 और आधा लीटर गंगाजल से भरे लोटे के लिए 220 रुपये चुकाने होंगे। जबकि हरिद्वार प्रसादम की कीमत 201 रुपये रखी गई है।
गंगाजल और प्रसाद की बिक्री शुरू
संगीता आर्य, जिला प्रबंधक,एनआरएलएम ने बताया कि गंगाजल व प्रसाद की बिक्री शुरू कर दी गई है। लोगों का रिस्पांस मिलना भी शुरू हो गया। जल्द ही सरस बाजार में समूहों द्वारा बनाए जा रहे अन्य इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों को लाने का विचार भी है।