अरब सागर में पैदा हुआ चक्रवाती तूफान ‘वायु’ (Cyclonic Storm Vayu) गुजरात के अब और करीब पहुंच गया है। मौसम विभाग के मुताबिक तूफान 13 जूून की सुबह तक गुजरात से टकराएगा। तूफान को देखते हुए गुजरात सरकार ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने पर्यटकों से किसी सुरक्षित जगह पर जाने के लिए कहा है।
गुजरात से पहले महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में चक्रवात वायु का असर देखने को मिल रहा है। मुंबई में आज सुबह तेज हवाओं के कारण एक पेड़ उखड़ गया। पेड़ के नीचे एक बाइक आ गई। वहीं, मुंबई मौसम विभाग के डेप्युटी डायरेक्टर जनरल ने कहा है कि चक्रवात की वजह से उत्तर महाराष्ट्र के तट पर में तेज हवाएं चलेंगी।
गुजरात सरकार हुई सावधान
मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने गांधीनगर में मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, सेना व आपदा प्रबंधन के अधिकारियों के साथ बैठक कर समु्द्र तटीय जिलों भावनगर, अमरेली, गीर सोमनाथ, जूनागढ,पोरबंदर व जामनगर के लिए राहत एवं आपदा प्रबंधन की तैयारियों का जायजा लिया।
रुपाणी ने आगामी 48 घंटे के दौरान चक्रवात के खतरे को देखते हुए सभी जिला कलेकटर, कर्मचारी व जवानों के अवकाश रद्द कर दिए हैं। वहीं 12 व 13 जून को स्कूल, कॉलेज व आंगनवाडी केंद्रों में छुट्टी रखने के आदेश दिए हैं। बताया गया कि जल,थल व वायू सेना के अधिकारियों के साथ भी संपर्क में हैं, जरूूरत हुई तो उनकी भी मदद ली जाएगी।
गुजरात पर मंडरा रहे वायुु नामक चक्रवात के खतरे को देखते हुए समुद्र से सभी मछुआरों को बाहर बुला लिया है। एनडीआरएफ व सेना के जवानों को तटीय इलाकों में तैनात कर दिया है। मुख्यमंत्री रुपाणी ने निचले इलाकों से लोगों को हटाने के साथ मंत्रीयों को भी प्रभावित इलाकों में रहने को कहा है।
चक्रवाती तूफान ‘वायु’ लगातार उत्तर और उत्तर-पश्चिम दिशा में गुजरात की ओर बढ़ रहा है। लक्षद्वीप के दक्षिणपूर्व और पूर्व-मध्य अरब सागर में बने डिप्रेशन की वजह से गुजरात में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार तक ‘वायु’ तूफान अपने चरम पर होगा और इसकी रफ्तार 165 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की हो सकती है।
बता दें कि गर्म समुद्री हवाओं की वजह से कम दबाव वाले क्षेेत्रोंं ने सोमवार को डिप्रेशन का रूप ले लिया और मंगलवार सुबह तक चक्रवात में तबदील हो गया है। इस चक्रवात का नाम ‘वायु’ रखा गया है, जो की भारत द्वारा दिया गया है।
चीन को भारत की मदद
चक्रवात वायु से बचे रहने को लेकर रत्नागिरी बंदरगाह(महाराष्ट्र) पर चीन के 10 जहाजों को रुकने की इजाजत दी गई है। यह जानकारी केआर सुरेश, कोस्टगार्ड आईजी ने दी।