इटानगर। भारतीय वायु सेना के एएन-32 परिवहन विमान के लिए चलाए जा रहे तलाशी अभियान के चौथे दिन गुरुवार को भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है। हालांंकि लापता विमान का पता लगाने के प्रयास और तेज किए गए हैं। सूत्रोंं के आनुसार भारतीय वायुसेना का सी -130 जे और एएन -32 विमानों और दो एमआई -17 और दो एएलएच हेलीकॉप्टरों के बेड़े के अलावा लापता विमान का पता लगाने के लिए सुखोई -30 विमानों सहित अतिरिक्त सेना तैनात की गई।
सूत्रों ने कहा कि लापता विमान की खोज के लिए भारतीय नौसेना के पी-81 विमान को मंगलवार को तैनात किया गया था, क्योंकि इसमें इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल और इन्फ्रा-रेड सेंसर है जो खोज अभियान में मददगार हो सकता था। यही नहींं इसरो के कार्टोसैट और आरआईएसएटी उपग्रह मेचुका के आसपास के क्षेत्र की तस्वीरों को संग्रह किया है, ताकि बचावकर्ताओं को विमान को खोजने में मदद मिल सके।
इस बीच, सियांग जिला प्रशासन ने एएन -32 के संभावित मलबे को खोजने की उम्मीद में, सियांग और शि-योमी जिलों के बीच स्थित बेयर हिल्स रेंज के गहरे जंगलों और संभावित इलाकों में घुसने के लिए पांच स्थानीय शिकारी लगाये हुए हैं और प्रशासन ने स्थानीय लोगोंं को खोज मेंं शामिल करते हुए उन्हेंं रोजाना 1000 रुपये दे रही है। वही गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए अरुणाचल प्रदेश के डीजीपी एसबीके सिंह ने कहा कि तीन जिलों शि-योमि, वेस्ट सियांंग और लोवर सियांंग जिलोंं के जिला प्रशासन, स्थानीय पुलिस, सेना और स्थनीय लोगोंं ने लापता विमान की खोज मेंं लगा हुआ है।