पीएम मोदी के शपथ ग्रहण व उनके विजन पर सीमए ने लिखा ब्लॉग
लखनऊ। जिस प्रकार सूरज की किरणें सब पर समान रूप से पड़ती हैं, उसी प्रकार मोदी सरकार की नीतियां भी सबके लिये लाभप्रद रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी समदृष्टि रखने वाले राजनीतिज्ञ हैं। न तुष्टिकरणकरण, न पृथक्करण। यही उनका मंत्र है। दुनिया के दिग्गज नेता उनकी शासनशैली के कायल हैं। उन्होंने एक नये भारत की आधारशिला रखी है जो गरीबी, आतंकवाद, भ्रष्टाचार, क्षेत्रवाद और जातिवाद से मुक्त होगा। यह बातें लोकसभा 2019 में प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने के पलों व उनके विकासोन्मुखी नीतियों को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ब्लॉग में लिखा है। यह ब्लॉग योगी ने सोमवार को लिखा और इसका लिंक अपने आधिकारिक ट्वीटर अकांउट पर साझा किया।
इस ब्लॉग में योगी ने नरेन्द्र मोदी की तुलना महात्मा बुद्ध, महात्मा गांधी, अब्राहम लिंकन व नेल्सन मंडेला से किया है। वहीं, राष्ट्रपति भवन में 30 मई को मोदी सरकार-2 के आगाज के खुशनुमा पलों का भी उन्होंने जिक्र किया है। योगी ने लिखा है कि ”30 मई 2019 की शाम। रायसीना हिल्स के ऊपर आसमान में लालिमा लिये जब सूरज धीरे-धीरे ढल रहा था, तब राष्ट्रपति भवन के मुख्यद्वार पर राजनीतिक जगत का एक नया सूर्य उदित हो रहा था, जो सवा अरब देशवासियों के जीवन में नई आशा और नए विश्वास की एक और नई सुबह लेकर आ रहा था। कोटि-कोटि जनाकांक्षाओं से ऊर्जित नरेन्द्रभाई मोदी पुन: प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे थे। प्रत्येक भारतीय का हृदय चमन पुष्पित–पल्लवित हो रहा था। लोकतंत्र का यह अद्भुत दृश्य मानस पटल पर अंकित हो रहा था।”
उन्होंने लिखा कि ”राष्ट्रपति भवन के आलीशान प्रांगण में शोभायमान गणमान्य विभूतियों (जिनमें बंगाल से पधारे लोकतंत्र की रक्षा के लिये प्राण न्यौछावर करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजन भी शामिल थे) के सानिध्य में बैठे-बैठे मन स्मृति संसार में विचरण करने लगा। इस प्रचंड जनादेश के संदेश ने मन मोह लिया। वास्तव में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014-19 के दौरान अथक, अतुल और अनवरत परिश्रम कर नव भारत के निर्माण के लिये जो प्रयास किये हैं, वे इतिहास में दुलर्भ हैं। ‘सबका साथ, सबका विकास’ का मंत्र और राष्ट्रवाद व विकासवाद की विचारधारा को केंद्र बिन्दु में रखकर मोदी सरकार ने विगत पांच वर्षों में देश से आतंकवाद और भ्रष्टाचार जैसी ब्याधियों और जातिगत व सांप्रदायिक तुष्टिकरण जैसी बुराइयों को मिटाने का महाभियान सफलतापूर्वक शुरु किया।