बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से बीएस येदियुरप्पा की सोमवार को अहमदाबाद में मुलाकात में 1 घंटे तक मंथन के बाद पार्टी सूत्रों की माने तो बीजेपी की कर्नाटक सरकार गिराने की कवायद में नहीं है. आला कमान ने उन सभी अटकलों पर भी विराम लगाया है जिसमे ऐसी किसी भी सम्भावना की बातें की जा रही थी. कहा गया है कि सरकार के ‘खुद’ गिरने का इंतजार किया जाये.
कर्नाटक के एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कहा, ‘हमें बहुमत साबित करने के लिए 16 विधायकों की जरूरत है. हालांकि हाईकमान इसमें रुचि नहीं ले रहा, क्योंकि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में यह हमारे खिलाफ काम कर सकता है. हमें उम्मीद है कि जेडी (एस) और कांग्रेस सरकार कई विरोधाभासों के चलते खुद ही गिर जाएगी.’वही JDS-कांग्रेस कोआर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष सिद्धारमैया के बजट और उनके किसानों के कर्ज माफी को लेकर सरकार के विरोध पर कुमारस्वामी ने उनको जवाब देते कहा कि वह किसी की दया पर नहीं और सीएम की कुर्सी ‘खैरात’ नहीं है. इससे पहले कुमारस्वामी अपनी कुर्सी को कांग्रेस की दया से टिकी मान चुके है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कुमारस्वामी की मुलाकात पर भी गौर किया जाना लाजमी है. क्योंकि बीजेपी अपना सारा ध्यान कांग्रेस पर है न की JDS पर. कुमार स्वामी का ताजा बयान और बीजेपी का रुख कही किसी नए खेल का इशारा तो नहीं है.