आयोग के भ्रष्टाचारियों ने नहीं सुनी सरकार की : शलभ मणि
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि यूपी लोकसेवा आयोग में परीक्षा के दौरान धांधली की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर सक्रिय हुई एसटीएफ ने सख्त कार्रवाई की। इसके जरिए यह संदेश दिया गया है कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोकसेवा आयोग के इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने खुद पहल कराकर इतनी कड़ी कार्रवाई की है। शलभ मणि ने शनिवार को कहा कि खास बात ये है कि सरकार ने ये पूरी कार्रवाई अपनी सूचनाओं के आधार पर बेहद गोपनीयता से कराई, जिसका परिणाम ये रहा कि पिछली सरकारों के वक्त से चला आ रहे भ्रष्टाचारियों के एक गिरोह का खुलासा हो सका।
उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई के दौरान ही लोकसेवा आयोग को यह हिदायत भी दे दी गई थी कि जांच पूरी होने तक वे परीक्षा परिणाम घोषित न कराएं। बावजूद इसके आयोग में शामिल भ्रष्टाचारियों ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया। उन्होंने परिणाम घोषित कर आनन-फानन में दोबारा परीक्षा कराने का प्रयास किया, लेकिन सरकार और एसटीएफ की पहल से उनकी कोशिश नाकाम कर दी गई। प्रवक्ता ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की गहनता से जांच हो रही है। सरकार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई कर रही है। एसटीएफ ने तेजी से कार्रवाई करते हुए उन सभी भ्रष्टाचारियों को चिन्हित कर लिया था जो धांधली में शामिल थे। एसटीएफ ने उन 54 अभ्यर्थियों की भी पहचान कर ली जिन्हें नाजायज फायदा पहुंचाया गया था। एसटीएफ ने इन सभी के खिलाफ पुख्ता सबूत भी इकट्टा कर लिए थे।