PUBG यानी की PlayerUnknown’s Battlegrounds को लगातार 6 घंटे तक खेलने से एक बच्चे के मरने की खबर सामने आई है। मध्य प्रदेश में एक 16 वर्ष के लड़के की लगातार 6 घंटे तक PUBG खलेने के बाद कार्डियक अरेस्ट से मृत्यु हो गई। 16 वर्षित लड़के का नाम फुरखान कुरैशी बताया जा रहा है और यह मध्य प्रदेश में नीमच का रहने वाला था। उसके परिवार के अनुसार, 12वीं कक्षा के स्टूडेंट, फुरखान ने दिन के खाने के बाद PUBG खलेना शुरू किया।
लड़के के पिताजी के अनुसार, ”फुरखान ने खाने के बाद ही PUBG खेलना शुरू कर दिया था और इसके बाद वो 6 घंटे तक यह गेम खेलता रहा। खेल के दौरान वो बहुत उत्तेजित हो रहा था और दूसरे प्लेयर्स पर चिल्ला रहा था।”
फुरखान की बहन, फिजा कुरैशी, जो उसके साथ ही बैठी थी, ने बताया की – उसका भाई अपने कुछ दोस्तों के साथ PUBG खेल रहा था और उसने अचानक चिल्लाने शुरू किया- ‘carry out the blast..carry out blast, इसके बाद उसने अपने इयरफोन्स फेंकें और रोकर बोलने लगा- मैं तुम लोगों के साथ नहीं खेलूंगा। तुम्हारी वजह से मैं गेम हार गया।
उसके गिरने के तुरंत बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टर अशोक जैन, जिन्होंने फुरखान को जांचा था। उन्होंने बताया- फुरखान को जब यहां लाया गया तो उसकी पल्स नहीं थी। हमने उसे इलेक्ट्रिक शॉक और इंजेक्शन से उसके ह्रदय को दोबारा चलाने की कोशिश की, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। उन्होंने आगे बताया की- फुरखान के परिवार ने उन्हें बताया की उसका दिल स्वस्थ था और वो एक तैराक था। गेम की उत्तेजना के कारण उसे कार्डियक अरेस्ट आया होगा। मैं बच्चों से ऐसे गेम्स से दूर रहने की अपील करता हूं।
फुरखान के भाई मोहम्मद हाशिम ने कहा- उसे भी इस गेम की लत लग गई थी और वो PUBG को 18 घंटे तक खेलता था, लेकिन अपने भाई की मौत के बाद उसने यह गेम डिलीट कर दिया है।
हाल ही में आई एक रिपोर्ट में, WHO ने यह घोषणा की है की गेमिंग डिसऑर्डर एक समस्या है और इसकी आदत से मेन्टल हेल्थ पर फर्क पड़ सकता है।