नई दिल्ली। एडमिरल करमबीर सिंह ने शुक्रवार को एडमिरल सुनील लांबा से नए नौसेना प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण कर लिया। वह ऐसा करने वाले पहले हेलीकॉप्टर पायलट हैं। अपने लगभग 40 साल के करियर के दौरान वे मिसाइल कोरवेट आईएनएस विजयदुर्ग, गाइडेड-मिसाइल डिस्ट्रॉयर आईएनएस राणा और आईएनएस दिल्ली की कमान संभाल चुके हैं। वह नवंबर 2021 तक नौसेना प्रमुख रहेंगे। करमबीर सिंह को अन्य वरिष्ठ अफसरों के स्थान पर नौसेना प्रमुख के पद के लिए चुना गया है। इससे पहले थलसेना प्रमुख विपिन रावत को भी इसी तरह मोदी सरकार ने पद पर नियुक्त किया था। वरिष्टता के आधार पर एडमिरल बिमल वर्मा सबसे वरिष्ठ हैं। सरकार के फैसले के खिलाफ वह सैन्य बल न्यायाधिकरण के समक्ष भी गए थे। करमबीर सिंह के नए अध्यक्ष बनने पर शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन के सामने साउथ ब्लाक के प्रांगण में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया था।
एडमिरल करमबीर सिंह इससे पहले पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडर-इन-चीफ (एफओसी-इन-सी) के तौर पर कार्यरत रहे हैं। वह नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा के आज सेवानिवृत्त होने के साथ नए नौसेना प्रमुख बन गए हैं। तीन नवंबर, 1959 को जन्मे, एडमिरल करमबीर सिंह को 01 जुलाई, 1980 को भारतीय नौसेना की कार्यकारी शाखा में नियुक्त किया गया था। अपनी लगभग 39 वर्षों की लंबी और प्रतिष्ठित सेवा के दौरान, उन्होंने विभिन्न कमानों, स्टाफ और इंस्ट्रक्शनल नियुक्तियों में कार्य किया है। एडमिरल करमबीर सिंह की समुद्री कमानों में गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर आईएनएस राणा और आईएनएस दिल्ली शामिल हैं।