लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस ने एक बड़ा फैसला लिया है और अगले एक महीने तक पार्टी प्रवक्ताओं के टेवीविजन चैनल में होने वाले डिबेट में नहीं भेजेगी. पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी और कहा कि, “कांग्रेस ने फैसला किया है कि वह अपने प्रवक्ताओं को एक महीने तक टीवी चैनलों के कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए नहीं भेजेगी.” बता दें इससे पहले कांग्रेस की हार के बाद मध्य प्रदेश के भिंड लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे देवाशीष जरारिया ने भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को एक चिट्ठी लिखी थी. जिसमें उन्होंने पार्टी प्रवक्ताओं को टीवी चैनल में न भेजने का आग्रह किया था.
अपने पत्र में देवाशीष जरारिया ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से आग्रह करते हुए कहा था कि ‘मैं भिंड दतिया लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रहा हूं और मुझे और लाखों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बीते पांच सालों में महसूस हुआ है कि टीवी चैनल में सकारात्मक बहस और संवाद के लिए कोई जगह नहीं है. लगभग 600 टीवी डिबेट में जाने पर यही पाया कि 95 प्रतिशत डिबेट्स केवल प्रोपेगेंडा पर आधारित रही हैं. इसलिए पार्टी को प्रवक्ताओं को टीवी डिबेट्स में भेजने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और क्योंकि इन डिबेट्स के चलते पिछले 5 सालों में पार्टी को काफी नुक्सान हुआ है.’
देवाशीष जरारिया ने आगे लिखा है कि ‘पार्टी को प्रवक्ता पद के दायित्व को बदलकर कांग्रेस की विचारधारा को गांव-गांव शहर-शहर पहुंचाने के लिए करने का आग्रह करता हूं. क्योंकि सच्चे कांग्रेसी होने के नाते और सच्चे भारतीय होने के नाते मैं गांव-गांव शहर-शहर जनता के बीच जाना पसंद करूंगा, न कि मीडिया और टीवी चैनल में होने वाले डिबेट्स में.’
वहीं कांग्रेस के टीवी चैनल में होने वाले डिबेट्स में हिस्सा न लेने की जानकारी देते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि, ‘सभी मीडिया चैनलों/संपादकों से आग्रह किया जाता है कि वे अपने शो में कांग्रेस प्रतिनिधियों को शामिल ना करें.’ कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पार्टी मोदी सरकार पर शुरुआती एक महीने तक किसी भी टीका-टिप्पणी और आलोचना से बचना चाहती है, इसलिए यह फैसला किया गया है.