केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में वर्ष 2019 के पहले चार महीनों में 177 आतंकी घटनाओं में 61 सुरक्षाकर्मियों और 11 असैनिक नागरिकों की जान चली गयी और 142 लोग घायल हो गए. जम्मू-कश्मीर के एक सामाजिक कार्यकर्ता रोहित चौधरी द्वारा सूचना के अधिकार कानून के तहत भेजे गए सवाल के जवाब में गृह मंत्रालय में निदेशक सुलेखा ने यह बयान जारी किया है.
उन्होंने बताया है कि घायलों में 73 सुरक्षाकर्मी और 69 असैनिक नागरिक हैं. इससे पहले उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने कहा कि राज्य में अब तक 86 आतंकियों का सफाया किया जा चुका है. उन्होंने संकल्प जताया कि आतंकियों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी.
जम्मू कश्मीर में सोमवार को भी कई शैक्षिक संस्थान बंद
जम्मू कश्मीर में आतंकी समूह अलकायदा से संबद्ध एक गुट के मुखिया जाकिर मूसा के मारे जाने के बाद छात्रों के विरोध प्रदर्शन को टालने के लिए सोमवार को भी राज्य के कई शैक्षिक संस्थान बंद रहे. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि कई स्कूलों में दसवीं कक्षा तक पढ़ाई सामान्य रही. लेकिन श्रीनगर, बडगाम और कुपवाड़ा में सभी उच्चतर माध्यमिक स्कूलों तथा डिग्री कॉलेजों को ऐहतियात के तौर पर बंद रखा गया.
अधिकारियों के अनुसार बारामूला जिले के बारामूला शहर, सोपोर और पत्तन में तथा गंदेरबल जिले में कुछ कालेजों और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में कक्षाएं नहीं लगीं. बांदीपोरा के सुंबल और हाजिन इलाकों में, अनंतनाग जिले के अनंतनाग और बिजबहेड़ा शहरों में, कुलगाम के नेहामा में, दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में भी कालेजों और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में कक्षाएं नहीं लगीं. अवन्तीपोरा स्थित इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (आईयूएसटी) भी बंद रहा.
अलकायदा से संबद्ध एक संगठन अंसार गज़वत उल हिंद का कथित प्रमुख मूसा शुक्रवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में त्राल के ददसारा गांव में सुरक्षा बलों के साथ एक मुठभेड़ में मारा गया था.