योगी कैबिनेट की बैठक 28 को
लखनऊ। सत्रहवीं लोकसभा के लिए चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के बाद करीब 75 दिन से जारी आदर्श आचार संहिता को निर्वाचन आयोग ने रविवार को हटा लिया। अब प्रदेश में विकास कार्यों को पुनः गति मिलेगी। चुनाव के बाद प्रदेश की योगी सरकार की पहली कैबिनेट बैठक भी 28 मई को होने जा रही है। लोकसभा चुनाव की पूरी प्रकिया समाप्त होने के बाद भारतीय निर्वाचन आयोग के सचिव अजय कुमार ने रविवार को केंद्र सरकार के कैबिनेट सचिव को आदर्श आचार संहिता के हटाये जाने की जानकारी एक पत्र के माध्यम से दी। इस पत्र की प्रति सभी राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों और राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को प्रेषित की गयी है।
निर्वाचन आयोग के सचिव की तरफ से जारी इस पत्र में कहा गया है कि लोकसभा चुनाव के साथ चार राज्यों की विधान सभाओं के चुनाव तथा कुछ उप चुनावों को लेकर आयोग द्वारा लगायी गयी आचार संहिता अब खत्म हो गई है। गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग ने सत्रहवीं लोकसभा के लिए दस मार्च को घोषणा की थी। चुनाव की घोषणा के साथ ही पूरे देश में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू कर दी गयी थी। आचार संहिता के चलते प्रदेश के विकास कार्यों पर विराम लग गया था।
निर्वाचन आयोग द्वारा आदर्श आचार संहिता समाप्त किये जाने के बाद प्रदेश की योगी सरकार 28 मई को कैबिनेट बैठक करने वाली है। चुनाव की घोषणा से पहले आठ मार्च को अंतिम कैबिनेट बैठक हुई थी। योगी कैबिनेट 28 मई की बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर फैसला ले सकती है। शासन से जुड़े सूत्रों की माने तो योगी कैबिनेट इस बैठक में स्थानांतरण नीति में कुछ संशोधन भी कर सकती है। दरअसल, योगी सरकार द्वारा पूर्व में घोषित तबादला नीति के तहत अप्रैल व मई माह में ही अधिकारियों व कर्मचारियों के स्थनान्तरण किये जा सकते हैं। लेकिन चुनाव के चलते जारी आदर्श आचार संहिता के दौरान इस वर्ष इस नीति के तहत तबादले नहीं हो सके। ऐसे में सरकार कैबिनेट के माध्यम से तबादला नीति में संशोधन कर स्थानांतरण की समय सीमा को जून तक बढ़ा सकती है।