अहमदाबाद : सूरत के सरथाना जकात नाका के पास तक्षशिला आर्केड की दूसरी मंजिल पर शुक्रवार को लगी भीषण आग में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। राज्य सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिये हैं। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य सरकार की तरफ से प्रत्येक मृतक के परिवार को चार लाख रुपये आर्थिक मदद मुहैया कराने का ऐलान किया है। इमारत में जब आग लगी तो उस वक्त कॉम्प्लेक्स के दूसरे हिस्से में कोचिंग क्लास चल रही थी। मरने वालों में ज्यादातर छात्र हैं। सूरत के पुलिस कमिश्नर का कहना है कि मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है। फिलहाल बिल्डिंग में लगी आग पर काबू पा लिया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी ट्विट कर इस हादसे पर चिंता प्रकट की है। उन्होंने कहा कि दुख की घड़ी में वो पीड़ित परिवार के साथ है। वो भगवान से प्रार्थना करते हैं कि जो लोग इस हादसे में घायल हुए हैं, वो जल्द से जल्द स्वस्थ हों। उन्होंने गुजरात सरकार और स्थानीय प्रशासन से कहा कि वो पीड़ितों को तुरंत सहयोग मुहैया कराएं।
बताया जाता है कि दमकल विभाग की करीब 18 गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। फायर ब्रिगेड ने कुल 15 शव निकाले हैं। इस हादसे पर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने दुख व्यक्त करते हुए राज्य सरकार की तरफ से प्रत्येक मृतक के परिवार को चार लाख रुपये आर्थिक मदद मुहैया कराने का ऐलान किया है। जो छात्र घायल हुए हैं उनके इलाज का समुचित प्रबंध किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों के अनुसार तक्षशिला आर्केड में ऊपरी मंजिल पर निर्माता डिजाइनर कक्षाएं चल रही थीं। आग लगने के बाद कई बच्चों को रास्ता नहीं मिला तो हड़बड़ी में वे नीचे कूद गए। घायलों को इलाज करने के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि आग लगने की सूचना फायर ब्रिगेड को दी गई लेकिन आग लगने के काफी देर बाद फायर ब्रिगेड पहुंची। इसलिए जानमाल का नुकसान ज्यादा हुआ है। संस्थान के पास पर्याप्त संसाधन न होने के कारण आग पर समय रहते काबू नहीं पाया जा सका। फायर ब्रिगेड ने आशंका व्यक्त की है कि शार्ट सर्किट होने की वजह से आग लगी है।