विश्व के सबसे बङे लोकतंत्र भारत में लगातार दूसरी बार बढ़ी हुई स्वीकार्यता के साथ 17 वीं लोकसभा जीतकर पुनः प्रधानमंत्री बनने की माननीय नरेन्द्र दामोदर दास मोदी जी आपको बधाई। चुनाव परिणाम आने के बाद भगवान इन्द्र की हल्की आशीष भरी फुहार के साथ जब नव निर्मित भाजपा मुख्यालय पर कार्यकर्ताओ को संबोधित करते कह रहे थे- #बदनीयत- #बदइरादे से कोई काम नहीं करूँगा। यह सुनकर भाजपा कार्यकर्ता ही नहीं बल्कि मीडिया के माध्यम से सुनकर देश की करोङो जनता को भी सुखद लगा चाहे प्रतिपक्षी ही क्यों न रहा हो..? राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी “#बापू” जयंती के 150 वर्ष ( 2019) देश के आजादी के अपने इन्हीं कार्यकाल (2019-24) में 75वें वर्षगाँठ मनाने का उदृघोष किया तो देशवासियों के अंदर एक लोकतांत्रिक देश के प्रधानमंत्री के रूप में आपने और गदगद कर दिया। वही भारतीय जनता पार्टी को देश के “संविधान और फेडरलिजम (संघवाद)” में विश्वास करने वाला दल बताया साथ ही साथ कहा कि- संविधान #सुप्रीम है,उसके शब्दों की छाया में चलना है।तो पश्चिम बंगाल के चुनावी सभा में तो आप ही ममता सरकार के 40 विधायक अपने साथ लेकर अस्थिर सरकार कर देने की बात कह रहे थे।आखिरकार कैसे फेडरलिजम(संघवाद) मजबूत होगा…?
#मोदी जी संविधान की ही प्रस्तावना में #धर्मनिरपेक्षता सेक्युलरिजम भी आता है!आपने धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करने वाले दलो का यह कहकर मजाक उङाया कि- 30 साल तक विशेष रूप से ड्रामेबाजी,प्रिंट आउट, फैशन और गंगा स्नान जैसा पुण्य का काम विरोधी दल “# #सेक्युलर बन किया करते थे! अब पूरी जमात ने बोलना छोङ दिया इनका नकाब उतर गया। विश्वास दिलाता हूँ विपक्ष के दल धर्मनिरपेक्षता तो नहीं छोङेगे लेकिन इस बात से आपने उन लोगों को कहीं फिर से मजबूत संदेश दिया जो राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS), हिन्दू महासभा,विहीप के अनुसार हिन्दू राज्य की वकालत आपके पिछले कार्यकाल में करते रहे है।
यदि धर्मनिरपेक्षता के प्रति आपकी सोच यह है तो नहीं लगता कि जिस धर्मनिरपेक्ष राज्य के अवधारणा के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की धार्मिक कट्टरता के आवरण में नाथूराम गोडसे ने हत्या किया था। वहां आपकी सरकार क्या संविधान के शब्दों के प्रति समर्पित रह पायेगी..? क्योंकि जो लोग गाँधी के हत्या पर प्रत्येक वर्ष 30 जनवरी को शौर्य दिवस और गोडसे को राष्ट्रभक्त कह कर संबोधित करते है। उनमें से एक भाजपा सांसद के रूप में मालेगाँव बम विस्फोट की प्रमुख आतंकी #प्रज्ञा सिंह ठाकुर संसद में भी पहुँच चुकी है! जिन्हें कभी न माफ़ करने की बात आपने कही,क्या वह या ऐसे लोग गाँधी जयंती 150 वर्ष मनायेगे की गोडसे के फाँसी अर्थात शहादत दिवस (15नवम्बर 1949) के इस कार्यकाल में 75वीं जयंती मनायेगे..? महाभारत कालीन श्रीकृष्ण के रूप में आपने जनता को जहाँ हस्तिनापुर अर्थात देश के प्रति उत्तरदायी बताया! तो जनता भी कौरव रूपी युवाओं की बेरोजगारी,किसानों की बढ़ती आत्महत्या, माब लिंचिग, नारी तथा जवानों की सुरक्षा पर धृतराष्ट्र रूपी जवाबदेही नहीं पसंद करेगी।
अंत में मोदी जी आपकी ही बात कि हिन्दुस्तान का यह जनादेश -2019 विश्व की अचंभित कर देने वाली घटना है।वही फकीर की झोली देशवासियों ने भर दिया है और मै मेरे लिए कुछ नहीं करूँगा।मेरा पल पल तथा शरीर का कण कण देश के लिए समर्पित रहेगा तो हिन्दुस्तान को गाँधी,अम्बेडकर,नेहरू,सरदार पटेल, ङाक्टर लोहिया, ऐ पी जे कलाम,अटल जी का देश बनाइये। आपके ही शब्दों में लोकतंत्र के मजबूती के लिए मतभेद जीवित रहना चाहिए मनभेद नही इसके तहत समय-समय पर मोदी जी एक जागरूक भारतीय के रूप में संदेश देता रहूँगा।
” साहिल के सकूं से किसे इंकार है, लेकिन !
तूफ़ान से लङने में मज़ा और ही कुछ है..!!”