R Sons इंफालैण्ड का मालिक है आरोपी, जमीन दिलाने के नाम पर किश्तों में जमा करता था रुपये
लखनऊ। गोमती नगर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। रियल स्टेट कंपनी बना कर लोगों को सस्ती और आसान किस्तों में घर और जमीन दिलाने देने के नाम पर हजारों लोगों से सैकड़ो करोड़ रूपए की ठगी की गई। इस मामले में शातिर जालसाज बाराबंकी के सत्यप्रेमीनगर कमरिया बाग के रहने वाले आशीष श्रीवास्तव को गोमती नगर पुलिस ने बुधवार को हुसैडिया चौराहे के पास से गिरफ्तार किया है। 52 वर्षीय जालसाज आशीष श्रीवास्तव के कब्जे से एक टाटा सफारी कार भी बरामद हुई है, जो जालसाज आशीष अपनी इसी लग्जरी गाड़ी से कहीं फरार होने की फिराक में था। गिरफ्तार जालसाज आशीष श्रीवास्तव के खिलाफ प्रदेश के विभिन्न जिलों में 50 से ज्यादा मुकदमे दर्ज है।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए जालसाज आशीष श्रीवास्तव ने आर सन्स इन्फ्रालैंड डेवलपर्स प्राईवेट लिमिटेड नाम से कंपनी बनाई थी। आशीष खुद इस फ्राड कंपनी का मालिक और निदेशक है। जालसाज ने अपनी कंपनी में पढ़े लिखे सीधे-साधे बेरोजगार युवक और युवतियों को नौकरी पर भी रखे था। जिनके माध्यम से ये जालसाज अपनी कंपनी का प्रचार-प्रसार खूब करता था। शातिर दिमाग जालसाज अपने कर्मचारियों को भी अंधेरे में रख कर उनके ही माध्यम से पैसा कमा रहा था। इस जालसाज कंपनी की योजना के अनुसार अलग-अलग शहरों में किस्तों पर प्लाट देने की स्कीम चलाई गई थी।
जमीन पाने की चाहत रखने वालों को 1800 से 4 हजार रूपए महीने की किश्त पर प्लाट दिए जाने का प्रलोभन दिया गया था। किस्तों पर जमीन लेने वाले लोगों को बताया जाता था कि आपको सात वर्ष तक हर महीने किश्ते अदा करनी होगी समय अवधि पूरी होने के बाद आपको जमीन की रजिस्ट्री कर दी जाएगी। हजारों लोगों से हर महीने किश्तों के रूप में धन वसूलने वाले जालसाज आशीष श्रीवस्तव पर आरोप है कि इसने हजारों लोगों को जमीन देने के नाम पर करीब पांच सौ करोड़ रूपए की ठगी की है। पीड़ितों की तहरीर पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। जिसके बाद इस शातिर जालसाज को बुधवार को गिर तार किया गया।