इस लोकसभा चुनाव में नेताओं की बदजुबानी और विवादित बयानों ने सारी सीमाएं लांघ दी। खासतौर पर भोपाल लोकसभा सीट पर तो साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपने बयानों से कई बार सियासी विवाद खड़े किए। कभी पार्टी ने सफाई दी तो कभी वो खुद को बेदाग बदाने के लिए सामने आई। बात इतनी बढ़ी कि चुनाव आयोग ने उनके प्रचार करने पर रोक लगा दी। लेकिन इस सबके बीच उनके एक बयान से बड़ा सियासी भूचाल आ गया। दरअसल चुनाव प्रचार के दौरान महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या करने वाले गोडसे को साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने देशभक्त करार दिया था। साध्वी प्रज्ञा ने गोडसे को आतंकी बताने वाले कमल हासन के बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि, नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, देशभक्त हैं और देशभक्त रहेंगे। उनके इस बयान के बाद पार्टी मुश्किल में घिर गई थी। दबाव बढ़ने पर साध्वी को माफी मांगनी भी पड़ी। अब जबकि चुनाव खत्म हो गए हैं तो साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक और ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि,” मेरे शब्दों से समस्त देशभक्तों को यदि ठेस पहुंची है तो मैं इसके लिए माफी मांगती हूं और अब वह 21 प्रहर का मौन रखेंगी।”
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर दिए गए विवादित बयानों पर कड़ा ऐतराज जताया था। मध्य प्रदेश के खरगोन में हुई अपनी आखिरी चुनावी रैली में उन्होंने एक न्यूज चैनल से हुई बातचीत में कहा था कि, वो साध्वी प्रज्ञा को कभी मन से माफ नहीं कर पाएंगे। मोदी ने कहा कि ऐसे सभी बयान पूरी तरह गलत हैं।उन्होंने कहा कि गांधी जी या गोडसे के बारे में बयानबाजी गलत है। उन्होंने कहा कि मैं चाहूं भी तो साध्वी को मन से कभी माफ नहीं कर पाऊंगा।
इससे पहले साध्वी प्रज्ञा ने भूोपाल में चुनाव प्रचार के दौरान मुंबई आतंकी हमले में शहीद हुए महाराष्ट्र के एटीएस चीफ हेमंत करकरे की शहादत को लेकर भी विवादित बयान दिया था। जिसके बाद भी पार्टी की काफी फजीहत हुई थी। मगर इस बयान भी उन्होंने माफी मांग ली थी।
For those wondering how much worse election season could get, Sadhvi Pragya just declared Nathuram Godse a ‘deshbhakt’. pic.twitter.com/MQFdvbfzrP
— Shiv Aroor (@ShivAroor) May 16, 2019