ईरान ने बुधवार को कहा कि वह यूरेनियम संवर्धन अगले 60 दिनों में शुरू कर देगा अगर यूरोपियन देशों ने परमाणु समझौते के मसले पर मदद नहीं की. ईरान के इस बयान पर अमेरिका ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि ईरान ने 2015 के परमाणु समझौते पर जानबूझकर इस तरह का बयान दिया है.
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने ईरान के इस कदम को परमाणु समझौते को लेकर अस्पष्ट बताया है. माइक पोम्पिओ ने कहा कि इससे यह पता नहीं चलता है कि ईरान परमाणु समझौते को लागू करेंगे या नहीं.
इससे पहले ईरान ने बुधवार को कहा कि वह परमाणु समझौते पर तब तक पूरी तरह से अमल नहीं करेगा जब तक कि उसे यूरोपियन देशों के द्वारा मदद नहीं की जाती है. बता दें कि यूरोपियन देशों ने ईरान को मदद की घोषणा की थी लेकिन अमेरिका के परमाणु डील से बाहर हटने और ईरान पर अनेक तरह के प्रतिबंध लगाने से उसे यह मदद नहीं मिल रही है.
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेरेमी हंट से मुलाकात की. मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है जानबूझकर यह अस्पष्ट है. हमें अभी यह देखना होगा कि ईरान के इस कदम का वास्तव में मतलब क्या है.’’ बता दें कि अमेरिका ने कुछ दिनों पहले ईरान पर कुछ और प्रतिबंध लगाए हैं.