लोकसभा चुनाव 2019 के पांचवें चरण में 16 जिलों की 14 लोकसभा सीट के लिए आज मतदान चल रहा है। मतदान सुबह सात से शाम छह बजे तक होगा। 14 लोकसभा सीटोंं पर दोपहर एक बजे बजे तक कुल 35.43 प्रतिशत मतदान हुआ है। इनमें सर्वाधिक 40.39 प्रतिशत मतदान बांदा में और सबसे कम 32.60 प्रतिशत मतदान रायबरेली में हुआ है।
पांचवें चरण में आज धौरहरा, सीतापुर, मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, फैजाबाद, बहराइच, कैसरगंज और गोंडा संसदीय क्षेत्रों में मतदान हो रहा है।
दोपहर एक बजे तक धौरहरा में 38.63, सीतापुर में 38.40, मोहनलालगंज में 37.38, लखनऊ में 33.14, रायबरेली में 32.60, अमेठी में 33.94, बांदा में 40.39, फतेहपुर में 33.17, कौशांबी में 32.57, बाराबंकी में 35.50, फैजाबाद में 35.57, बहराइच में 35.60, कैसरगंज में 34.84 और गोंडा में 34.77 प्रतिशत मतदान हो गया है।
11 बजे तक कुल 22.88 प्रतिशत मतदान
सुबह 11 धौरहरा में 28.41, सीतापुर में 24.20, मोहनलालगंज में 21.83, लखनऊ में 20.98, रायबरेली में 21.28, अमेठी में 21.83, बांदा में 25.55, फतेहपुर में 20.80, कौशांबी में 21.86, बाराबंकी में 22.66, फैजाबाद में 23.15, बहराइच में 23.80, कैसरगंज में 22.90 और गोंडा में 21.48 प्रतिशत मतदान हुआ।
सपा ने चुनाव आयोग से की ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत
पहले भी कई बार ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत लेकर चुनाव आयोग तक पहुंची समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर शिकायत की है। गड़बड़ी और प्रशासन के रवैये के खिलाफ सपा का प्रतिनिधिमंडल राजेंद्र चौधरी के नेतृत्व में प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराने जा रहा है। हालांकि हर बार आयोग ने सपा के आरोपों को नकार दिया है।
एक ऐसा भी मतदान केंद्र
सीतापुर जिले के ब्लाक बेहटा स्थित सेतुही मतदान केंद्र बाढ़ क्षेत्र में बनाया गया है। इस क्षेत्र में कोई सरकारी स्कूल भवन नहीं है, लिहाजा मतदान केंद्र को एक छप्पर के नीचे बनाया गया है। उसके सामने एक पंडाल भी लगा है।
नौ बजे तक कुल 9.76 प्रतिशत मतदान
पहले दो घंटा यानी सात से नौ बजे के बीच में कुल मतदान 9.76 प्रतिशत हुआ है। इसमें धौरहरा में 11.09, सीतापुर में 11.11, मोहनलालगंज में 9.22, लखनऊ में 8.78, रायबरेली में 9.95, अमेठी में 8.17, बांदा में 9.98, फतेहपुर में 8.85, कौशांबी में 10.92, बाराबंकी में 9.84, फैजाबाद में 9.80, बहराइच में 10.20, कैसरगंज में 9.40 और गोंडा में 9.50 प्रतिशत मतदान हुआ।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने लखनऊ में लखनऊ मांटेसरी स्कूल, लाल बहादुर शास्त्री मार्ग पर मतदान किया। मतदान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जनहित में मतदान अपने वोट का इस्तेमाल करें, उन्होंने कहा कि लोग घरों से निकलकर ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग करें। मतदान के बाद मायावती ने कहा कि हर किसी को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मत का अधिकार गरीबी और अमीरी में भेदभाव नहीं करता। सभी लोग घरों से निकलें और वोट डालें। एक भी वोट बर्बाद नहीं जाना चाहिए। मतदान के बाद वह तत्काल वहां से चली गईं। इसी केंद्र पर योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक ने भी परिवार के साथ मतदान किया। ब्रजेश पाठक के साथ उनकी पत्नी नम्रता और दोनों पुत्रियों ने भी मतदान किया।
राजनाथ सिंह ने कहा-भाजपा को मिलेगा बहुमत
गृह मंत्री तथा लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह ने गोमतीनगर में स्कॉलर्स होम स्कूल में आज सुबह 7:30 बजे मतदान किया। मतदान केंद्र से बाहर आने के बाद उन्होंने कहा कि इस बार जीत का अंतर पहले से बेहतर रहेगा। भाजपा एक बार फिर पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।
सभी लोग मताधिकार का प्रयोग करें, यह लोकतंत्र के हित में है। राजनाथ सिंह ने कहा कि लखनऊ में महागठबंधन तथा कांग्रेस का कोई असर नहीं है। मुझे महागठबंधन की प्रत्याशी के बारे में कुछ भी नहीं कहना है। मैं समझता हूं कि कोई भी चुनाव मुद्दों के आधार पर होता है न कि किसी व्यक्ति के आधार पर होता है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह अपनी पत्नी, दोनों पुत्र तथा पुत्रवधू के साथ मतदान करने पहुंचे। नोएडा से विधायक राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह ने कहा, इस बार 412 का टारगेट है। पहले मतदान फिर जलपान का नारा देते हुए उन्होंने कहा कि जीत का अंतर लखनऊ में पिछली बार से ज्यादा होगा, क्योंकि राजनाथ सिंह ने काफी काम कराया है।
कौशाम्बी संसदीय सीट के लिये आज कौशाम्बी जिले की तीन व प्रतापगढ़ जिले की तीन सीटों पर मतदान हो रहा है। ज्यादातर बूथों पर मॉक पोल हो गया। कुछ बूथों पर एजेंट समय पर नहीं पहुंचे। कौशाम्बी में भादुर पुर पोलिंग बूथ पर मतदान शुरू होने के पहले ही लाइन लग गई। कौशाम्बी में भाजपा से सांसद विनोद सोनकर, सपा बसपा गठबंधन से सपा प्रत्याशी इंद्रजीत सरोज, कांग्रेस से गिरीश चंद्र पासी, रघुराज प्रताप सिंह की पार्टी से शैलेन्द्र कुमार उम्मीदवार हैं।कौशाम्बी में गठबंधन के प्रत्याशी इन्द्रजीत सरोज ने जनसत्ता पार्टी के प्रधान और ब्लॉक प्रमुख पर लगाया जबरन बूथ कब्जा करने का आरोप।
पांचवें चरण में धौरहरा, सीतापुर, मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, फैजाबाद, बहराइच, कैसरगंज और गोंडा संसदीय क्षेत्रों में चुनाव होगा। 2014 में भाजपा ने 14 में से 12 सीट पर जीत दर्ज की थी। गठबंधन से 14 में से सात सीट पर समाजवादी पार्टी व पांच पर बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी मैदान में हैं। गठबंधन ने अमेठी व रायबरेली में कोई प्रत्याशी नहीं उतारा है।
पांचवें चरण में करीब 2.51 करोड़ मतदाता 182 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। 2014 के लोकसभा चुनाव में इन सीटों पर मतदान का औसत 56.92 फीसद था। पांचवां चरण बेहद महत्वपूर्ण है। इस चरण में गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी की किस्मत ईवीएम में बंद हो जाएगी।
पहले चरण में आठ सीटों पर 11 अप्रैल को 63.69 प्रतिशत मतदान हुआ था। दूसरे चरण की आठ सीटों पर 62.39 प्रतिशत मतदान हुआ था। तीसरे चरण में दस सीटों पर 60.52 प्रतिशत मतदान हुआ था। चौथे चरण में 18 जिलों के 13 संसदीय क्षेत्रों में 57.58 प्रतिशत मतदान हुआ। उत्तर प्रदेश में पांचवें चरण के चुनाव पर सबकी निगाहें इसलिए हैं क्योंकि इसमें राजनाथ सिंह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, साध्वी निरंजन ज्योति, स्मृति ईरानी, जितिन प्रसाद, निर्मल खत्री और ब्रजभूषण शरण सिंह जैसे दिग्गजों का सियासी भविष्य तय होगा।
रघुराज प्रताप, विनोद सरोज नजरबंद रहेंगे
कौशांबी संसदीय सीट के लिए शांतिपूर्ण मतदान का हवाला देतेे हुए जिला प्रशासन नेे पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह (राजा भैया), बाबागंज विधायक विनोद सरोज समेत नौ नेताओं को पाबंद कर दिया है। ये सभी नेता सोमवार को सिर्फ वोट देने बूथ तक जाएंगे। कौशांबी सीट के लिए प्रतापगढ़ में सोमवार को वोट डाले जाएंगे। प्रशासन ने सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव, जिला पंचायत सदस्य प्रकाश सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख हितेश सिंह उर्फ पंकज सिंह, कालाकांकर ब्लाक प्रमुख बीएन सिंह, कुंडा ब्लाक प्रमुख संतोष सिंह, बिहार ब्लाक प्रमुख अनुभव यादव को भी उनके घर में पाबंद कर दिया है।
अमेठी में सर्वाधिक 27 प्रत्याशी
इस चरण में अमेठी संसदीय सीट से सर्वाधिक 27 प्रत्याशी मैदान में हैं। धौरहरा और बांदा से सिर्फ आठ-आठ प्रत्याशी हैं। इस चरण में महिला प्रत्याशियों की संख्या 26 है। भाजपा और कांग्रेस के 14-14 बसपा के पांच, सपा के सात, सीपीआइ (कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया) का एक उम्मीदवार मैदान में हैं।
अमेठी सबसे हॉट सीट
पांचवें चरण में सबसे दिलचस्प मुकाबला अमेठी सीट पर होगा। यहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से कड़ी टक्कर मिल रही है।
यहां पर सपा-बसपा गठबंधन ने कांग्रेस के समर्थन में अपना प्रत्याशी नहीं उतारा लेकिन, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का अमेठी के साथ पहली बार किसी दूसरी सीट केरल के वायनाड क्षेत्र से चुनाव लडऩा गांधी परिवार के भीतर की घबराहट को जाहिर करता है। नेहरु-गांधी परिवार की परंपरागत अमेठी लोकसभा सीट पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी आमने-सामने हैं। स्मृति लगातार राहुल पर हमला कर रही हैं कि वे क्षेत्र में नहीं आते हैं। इसके बावजूद राहुल ने चुनाव के दौरान अमेठी को ज्यादा वक्त नहीं दिया। उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस सीट पर काफी मेहनत की है। कांग्रेस को गांधी-नेहरू परिवार से जुड़ी अमेठी की पहचान का लाभ मिल रहा है।
राहुल गांधी: कांग्रेस
स्मृति ईरानी: भाजपा
कुल प्रत्याशी: 27
रायबरेली में सोनिया के मुकाबले दिनेश प्रताप सिंह
गांधी परिवार की परंपरागत रायबरेली में बड़े उलटफेर की उम्मीद कम है। यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी पांचवीं बार मैदान में हैं। यहां कुल 15 प्रत्याशी चुनावी अखाड़े में हैं।
सपा-बसपा गठबंधन तो सोनिया गांधी के समर्थन में वाक ओवर दे चुका है जबकि भाजपा ने यहां से कांग्रेस के बागी एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह को उतार कर सोनिया की राह रोकने की कोशिश की है। भाजपा ने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह को टिकट दिया है। दिनेश प्रताप सिंह कभी गांधी परिवार के बेहद नजदीकी माने जाते थे। गठबंधन का उम्मीदवार न होने से यहां कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला है। सेहत खराब होने की वजह से सोनिया गांधी इस सीट पर चुनाव प्रचार के लिए ज्यादा वक्त नहीं निकाल पाई हैं। उनके चुनाव की कमान प्रिंयका गांधी वाड्रा ने संभाली।
सोनिया गांधी: कांग्रेस
दिनेश प्रताप सिंह: भाजपा
कुल प्रत्याशी: 15।
लखनऊ में राजनाथ के सामने पूनम सिन्हा व प्रमोद कृष्णम्
लखनऊ की सीट पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह फिर मैदान में हैं। उनको टक्कर देने भाजपा के बागी एवं फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा उतरी हैं। पूनम सिन्हा यहां सपा-बसपा गठबंधन उम्मीदवार बनकर सपा के टिकट पर लड़ रही हैं, वहीं कांग्र्रेस ने बहुचर्चित आचार्य प्रमोद कृष्णम को टिकट दिया है।
पटना से कांग्रेस प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा ने अपनी पत्नी पूनम के नामांकन जुलूस में शामिल होकर कांग्रेस की उलझन बढ़ा दी है। 1991 के बाद से भाजपा का गढ़ बनी लखनऊ संसदीय सीट से केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के मुकाबले सपा ने फिल्म अभिनेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा को मैदान में उतारा हैं। कांग्रेस से आचार्य प्रमोद कृष्णम उम्मीदवार हैं। कांग्रेस की ओर से प्रमोद कृष्णम ने एक बार यहां कुछ संत महात्माओं को साथ लेकर पदयात्रा भी की थी। पूनम सिन्हा के प्रचार में हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए शत्रुघ्न सिंह भी पहुंचे थे। दूसरी ओर राजनाथ ने अस्पताल में भर्ती सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मिलकर गठबंधन को दुविधा में डाल दिया।
राजनाथ सिंह: भाजपा
पूनम सिन्हा: सपा
आचार्य प्रमोद कृष्णम: कांग्रेस
कुल प्रत्याशी: 15
बाराबंकी : त्रिकोणीय संघर्ष में रावत
राजधानी लखनऊ से सटी इस सुरक्षित सीट पर त्रिकोणात्मक संघर्ष है लेकिन आखिर वक्त में मुकाबला आमने-सामने का हो सकता है। इस सीट पर भाजपा विधायक उपेंद्र सिंह रावत का मुकाबला सपा के बुजुर्ग नेता राम सागर रावत व कांग्रेस के युवा प्रत्याशी तनुज पुनिया से है। तनुज के पिता पीएल पुनिया इस सीट से सांसद रह चुके हैं।
उपेंद्र सिंह रावत: भाजपा
राम सागर रावत: गठबंधन
तनुज पुनिया: कांग्रेस
कुल प्रत्याशी: 13
आसान नहीं जितिन की राह
धौरहरा संसदीय क्षेत्र में पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद की राह आसान नहीं दिखती। सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी अरशद अहमद सिद्दीकी व भाजपा की रेखा वर्मा से मुकाबले में उलझे कांग्रेस के जितिन प्रसाद को गत चुनाव में रेखा वर्मा शिकस्त दे चुकी हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस प्रत्याशी कुंवर जितिन प्रसाद की प्रतिष्ठा दांव पर है। उनके सामने भाजपा की मौजूदा सांसद रेखा वर्मा व बसपा के अरशद इलियास सिद्दीकी हैं। जितिन प्रसाद को पहले लखनऊ से उम्मीदवार बनाया गया था लेकिन बाद में उन्हें अपनी परंपरागत सीट से टिकट दिया है। प्रसपा लोहिया ने पूर्व दस्यु मलखान सिंह को टिकट दिया है।मुसलमानों के रुझान पर टिकी धौरहरा की जंग फिलहाल रोचक बनी हुई है।
जितिन प्रसाद: कांग्रेस
रेखा वर्मा: भाजपा
अरशद सिद्दीकी: गठबंधन
कुल प्रत्याशी: 8
फैजाबाद में फिर लल्लू के सामने निर्मल
राम जन्मभूमि के कारण महत्वपूर्ण स्थान रखने वाली फैजाबाद संसदीय सीट 2009 में कांग्रेस के निर्मल खत्री ने जीत ली परंतु 2014 की मोदी लहर में भाजपा काबिज हो गयी थी। भाजपा ने सांसद लल्लू सिंह को फिर आगे किया है जबकि गठबंधन से सपा के आनंदसेन यादव मैदान में है। अयोध्या जिले की इस सीट पर मौजूदा भाजपा सांसद लल्लू सिंह का मुकाबला गठबंधन से सपा उम्मीदवार आनंद सेन यादव और कांग्रेस के पूर्व सांसद निर्मल खत्री से है। राम मंदिर से जुड़ी यह सीट भाजपा के सांस्कृतिक एजेंडे का अहम हिस्सा है। इस सीट पर भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर है। यहां त्रिकोणात्मक मुकाबला है। कांग्रेस के प्रत्याशी पूर्व सांसद डा.निर्मल खत्री को वर्ष 2009 का इतिहास दोहराने की उम्मीद है।
लल्लू सिंह: भाजपा
आनंद सेन: गठबंधन
निर्मल खत्री: कांग्रेस
कुल प्रत्याशी: 13
सीतापुर में त्रिकोणीय भिड़ंत
भाजपा के मौजूदा सांसद राजेश वर्मा के सामने कांग्रेस ने पूर्व सांसद कैसरजहां और गठबंधन की ओर से बसपा ने पूर्व मंत्री नकुल दुबे को उतारा है। कांग्रेस व बसपा के बीच मुस्लिम वोटों को लेकर जंग छिड़ी हुई है। उनका बंटवारा हुआ तो भाजपा को लाभ मिलने का अनुमान है। इस सीट पर भी त्रिकोणीय मुकाबले की तस्वीर बनी हुई है। सीतापुर लोकसभा सीट पर 12 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमाने उतरे हैं। गठबंधन से बसपा प्रत्याशी नकुल दुबे व भाजपा के राजेश वर्मा अलावा कांग्रेस की केसरजहां मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में जुटे हैं।
राजेश वर्मा: भाजपा
कैसरजहां: कांग्रेस
नकुल दुबे: गठबंधन
कुल प्रत्याशी : 12
मोहनलालगंज में दिग्गज
मोहनलालगंज क्षेत्र में भाजपा के सांसद कौशल किशोर को सपा बसपा गठबंधन के उम्मीदवार सीएल वर्मा और कांग्रेस प्रत्याशी आरके चौधरी से कड़ी टक्कर मिल रही है। लखनऊ जिले की इस सीट में भाजपा के मौजूदा सांसद कौशल किशोर व गठबंधन से बसपा उम्मीदवार सीएल वर्मा के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। सपा छोड़कर आए पूर्व मंत्री आरके चौधरी को कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है। वह चुनाव में त्रिकोण बनने की कोशिश में जुटे हैं। इस सुरक्षित सीट पर जातीय समीकरण से हार-जीत निकलेगी। इस सीट पर कुल 12 उम्मीदवार हैं।
कौशल किशोर: भाजपा
सीएल वर्मा: गठबंधन
आरके चौधरी: कांग्रेस
कुल प्रत्याशी: 12
कैसरगंज में रोचक जंग
कैसरगंज में रोचक जंग है। भाजपा सांसद बृजभूषणशरण सिंह के खिलाफ गठबंधन से बसपा के चंद्रदेव राम यादव एवं कांग्रेस के विनय कुमार पांडेय मैदान में हैं।भाजपा प्रत्याशी व मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह का मुकाबला बसपा के चंद्रदेव राम यादव और कांग्रेस के विनय पांडेय विन्नू से है। बृजभूषण इसी सीट से 2009 और 2014 में सांसद चुने गए थे। विन्नू पांडेय भी पूर्व सांसद हैं और चंद्रदेव राम यादव पूर्व विधायक व पूर्व मंत्री है। यहां त्रिकोणीय संघर्ष है। बसपा सुप्रीम मायावती ने सिंह को गुंडा कहकर यहां का चुनावी माहौल गरमा दिया।
बृजभूषण सिंह: भाजपा
चंद्रदेव राम: गठबंधन
विनय पांडेय: कांग्रेस
कुल प्रत्याशी: 12
बांदा में भाजपा के बागी
बुंदेलखंड की बांदा की सीट पर भितरघात का डर प्रमुख उम्मीदवार को बना है। यहां भाजपा के बागी और इलाहाबाद से सांसद रहे श्यामाचरण गुप्ता अब गठबंधन उम्मीदवार हैं। भाजपा ने यहां के सांसद भैरो प्रसाद मिश्र को बदलकर आरके पटेल को आजमाया है। कांग्रेस ने बाल कुमार पटेल को मैदान में उतारा है। भाजपा के आरके सिंह पटेल, गठबंधन के श्यामाचरण गुप्ता व कांग्रेस के बाल कुमार पटेल के बीच त्रिकोणात्मक संघर्ष है। यहां दलीय निष्ठाएं बदलने से सियासी समीकरण बदले। इस सीट पर ब्राह्मणों की अच्छी तादाद है लेकिन पिछड़े वोटों से हार-जीत तय होने का अनुमान है। ददुआ के भाई व पूर्व सांसद के चुनाव मैदान में होने से बुंदेलखंड की यह सीट खासी चर्चा चर्चा में है। कुल आठ उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं।
आरके सिंह: भाजपा
श्यामाचरण गुप्ता: गठबंधन
बाल कुमार पटेल: कांग्रेस
कुल प्रत्याशी: 8
फतेहपुर में दांव पर साध्वी की साख
फतेहपुर में केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति की मुश्किलें गठबंधन के उम्मीदवार सुखदेव प्रसाद के साथ कांग्रेस के राकेश सचान भी बढ़ा रहे हैं।केंद्रीय मंत्री व भाजपा प्रत्याशी निरंजन ज्योति तिकोने मुकाबले में फंसी हुईं हैं। उनके सामने गठबंधन से बसपा उम्मीदवार सुखदेव प्रसाद वर्मा और कांग्रेस से राकेश सचान मैदान में है। तीनों प्रत्याशी पिछड़े वर्ग से हैं। इस सीट पर पिछड़ों, अल्पसंख्यकों का रुख नतीजे को प्रभावित करेगा। पटेल वोटों पर खासतौर पर नजरें टिकी हैं। निरंजन ज्योति को गठबंधन से चुनौती मिलती दिख रही है।
निरंजन ज्योति: भाजपा
सुखदेव प्रसाद: बसपा
राकेश सचान: कांग्रेस
कुल प्रत्याशी: 10
कौशांबी में त्रिकोणीय जंग
कौशांबी सीट पर भाजपा के विनोद सोनकर को गठबंधन उम्मीदवार इंद्रजीत सरोज व कांग्रेस के गिरीश पासी के अलावा रघुराज प्रताप उर्फ राजा भैया की पार्टी से प्रत्याशी शैलेंद्र चतुष्कोणीय लड़ाई में फंसाने की कोशिश में हैं। इस सुरक्षित सीट पर भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर का मुकाबला सपा के इंद्रजीत सरोज, कांग्रेस के गिरीश पासी और राजा भैया की जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के उम्मीदवार शैलेंद्र कुमार पासी से है। शैलेंद्र पहले इस सीट से सपा सांसद रह चुके हैं। उनके आने से सीट के समीकरणों में बदलाव आया है।
विनोद सोनकर: भाजपा
इंद्रजीत सरोज: गठबंधन
गिरीश पासी: कांग्रेस
कुल प्रत्याशी: 12
बहराइच में सासंद सावित्री बाई कांग्रेस से
बहराइच से मौजूदा सांसद व भाजपा की बागी सावित्री बाई फुले कांग्रेस की प्रत्याशी हैं। भाजपा ने उनको रोकने के लिए अक्षयवर लाल गोंड व गठबंधन ने सपा उम्मीदवार शब्बीर वाल्मीकि को उतारा है। भाजपा की बागी सांसद सावित्री बाई फुले को कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने अक्षयवर लाल को टिकट दिया है। सपा से शब्बीर वाल्मीकि मैदान में है। मुकाबला इन्हीं तीनों के बीच है। भाजपा व गठबंधन ने इस सीट पर ताकत झोंक दी है। उनके प्रमुख नेता सभाएं कर चुके हैं। आखिरी वक्त में सीधी टक्कर होने की संभावना जताई जा रही है।यहां कुल दस प्रत्याशी है।
सावित्री बाई फुले: कांग्रेस
अक्षयवर लाल: भाजपा
शब्बीर वाल्मीकि: गठबंधन
कुल प्रत्याशी :10
गोंडा भी चर्चित सीट
गोंडा के चुनाव पर भी सबकी निगाहें हैं। भाजपा के सांसद कीर्तिवर्धन का मुकाबला गठबंधन से सपा उम्मीदवार विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह से है। कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अपना दल की अध्यक्ष कृष्णा पटेल मैदान में हैं।भाजपा के मौजूदा सांसद कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया का मुकाबला गठबंधन से सपा प्रत्याशी विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह तथा कांग्रेस की कृष्णा पटेल से है। कृष्णा पटेल, अपना दल कृष्णा की अध्यक्ष हैं। उनका कांग्रेस से गठबंधन है। तकनीकी कारणों से वह कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव लड़ रही है। पंडित सिंह पूर्व मंत्री हैं। यहां अब तक कुल 15 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं।
कीर्तिवर्धन सिंह: भाजपा
विनोद कुमार सिंह: गठबंधन
कृष्णा पटेल: कांग्रेस
कुल प्रत्याशी: 15
डिजिटल निगरानी पर खास जोर
निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए इस चरण में भी डिजिटल निगरानी पर खास जोर रहेगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू ने बताया कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए तैयारियां पूरी हैं। मतदेय स्थलों पर होने वाले मतदान की निगरानी के लिए 1361 डिजिटल एवं 1521वीडियो कैमरे लगाए गए हैं। 2778 पोलिंग बूथों की वेब कास्टिंग कराई जाएगी।
चप्पे-चप्पे पर होगी सुरक्षा
डिजिटल निगरानी के साथ ही 16 जिलों में फैले इन संसदीय क्षेत्रों में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के इंतजाम किये गए हैं। इसके लिए 2143 माइक्रो ऑब्जर्वर, 2145 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 273 जोनल और 262 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। 80 सहायक व्यय प्रेक्षकों सहित 14 सामान्य, आठ पुलिस और 14 व्यय प्रेक्षक भी तैनात हैं। निष्पक्ष और सकुशल मतदान संपन्न कराने के लिए 125008 मतदान कर्मियों को लगाया गया है। पर्याप्त संख्या में अद्र्धसैनिक बल और पीएसी के जवान भी तैनात किये गए हैं। अधिक से अधिक मतदान हो इसके लिए हर केंद्र पर बुनियादी सुविधाएं मुहैया उपलब्ध रहेगी। विशेष श्रेणी के मतदाताओं के लिए बिना लाइन में लगे मतदान करने की भी सुविधा रहेगी।
पांचवां चरण : एक नजर में
- इस चरण में सर्वाधिक 20,38,725 मतदाता लखनऊ और सबसे कम 16,44,156 धौरहरा में हैं।
- कुल मतदाता- 2,50,68,296
- पुरुष -1,34,32,569
- महिला-1,16,34,426
- ट्रांस जेंडर-1,301
- पोलिंग केंद्र-16,126
- मतदेय स्थल-28,100
- अति संवेदनशील मतदेय स्थल-3,270।
शाहजहांपुर, आगरा,महोबा के कुछ केंद्रों पर पुनर्मतदान
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि शाहजहांपुर के आठ और आगरा व महोबा के एक-एक पोलिंग बूथ पर सोमवार को ही पुनर्मतदान होगा।