बाबा बर्फानी के पावन दर्शन के लिए शिव भक्तों का इंतजार खत्म हो चुका है. अमरनाथ (Shri Amarnath Yatra 2019) में इस बार बाबा बर्फानी अपने रूप में आ चुके हैं. ZEE न्यूज खास तौर से शिव भक्तों के लिए बाबा बर्फानी की पहली तस्वीर लेकर आया है. तस्वीर में साफ तौर से दिख रहा है कि बाबा बर्फानी इस बार पूर्ण रूप में अवतरित हुए हैं. उनके ईर्द-गिर्द बर्फ की मोटी परत जमी दिख रही है. माना जा रहा है कि इस बार भोले भंडारी अमरनाथ यात्रा संपन्न होने तक भक्तों को दर्शन देते रहेंगे. यहां आपको बता दूं कि इस बार अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू होगी. हालांकि यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन एक अप्रैल से शुरू हो चुके हैं. यह यात्रा अगस्त महीने तक चलेगी.
अमरनाथ गुफा के पास सुरक्षा चुस्त
अमरनाथ (Amarnath Yatra 2019) की पवित्र गुफा की वार्षिक यात्रा से पहले जम्मू में नियंत्रण रेखा (एलओसी) एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के आस-पास सुरक्षा ग्रिड को मजबूत किया गया है. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी.
46 दिनों की यह यात्रा अनंतनाग जिले के पारंपरिक पहलगाम मार्ग और गंदेरबल जिले के छोटे बालटाल मार्ग से एक जुलाई को शुरू होगी और रक्षा बंधन के दिन यानि 15 अगस्त को इसका समापन होगा.
शिव भक्तों के लिए सुविधाओं के किए जा रहे इंतजाम
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस, सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की यहां हुई एक संयुक्त बैठक में यात्रा के सिलसिले में आईबी, एलओसी एवं राजमार्ग समेत आंतरिक इलाकों में सुरक्षा के विस्तृत उपायों पर चर्चा की गई.
उन्होंने बताया कि जम्मू-सांबा-कठुआ रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक सुजीत कुमार की अध्यक्षता में हुई यह बैठक एलओसी एवं आईबी पर सीमा प्रबंधन एवं सुरक्षा ग्रिड को मजबूत करने के लिहाज से बुलाई गई थी. अमरनाथ दक्षिण कश्मीर में स्थित है.
अधिकारियों ने बताया कि सेना एवं बीएसएफ के अधिकारियों को अपने-अपने इलाकों में पुलिस अधिकारियों के साथ नियमित बैठक करने और आतंकवाद एवं आतंकवादियों के संबंध में कोई भी महत्त्वपूर्ण सूचना मिलने की स्थिति में खुफिया जानकारी साझा करने को कहा गया है.
उन्होंने बताया कि विभिन्न जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (एसएसपी) ने कहा है कि उन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में आवश्यकता अनुसार आकस्मिक योजना बनाई है.
अधिकारियों ने बताया कि बैठक में मौजूद अधिकारियों ने बुलेट प्रूफ बंकरों, आधुनिक उपकरणों एवं मशीनों की मांग भी की.