शिमला बाईपास पर मौत बनकर दौड़ रहे डंपर ने शुक्रवार की रात बीटेक के छात्र व छात्रा की जान ले ली। कार और डंपर की आमने-सामने इतनी तेज टक्कर हुई कि एक घंटे की मशक्कत के बाद क्षतिग्रस्त कार को डंपर से अलग किया जा सका। तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। छात्र देहरादून के कारबारी ग्रांट, जबकि छात्रा मूलरूप से चमोली की रहने वाली थी।
पुलिस के अनुसार, छात्र की पहचान मोहित रावत (22) पुत्र सुरेंद्र सिंह रावत निवासी साईंलोक कॉलोनी कारबारी ग्रांट, पटेलनगर व छात्र की पहचान श्वेता बुटोला (19) पुत्री तीर्थराज बुटोला निवासी ग्राम चौंडी, जिला चमोली के रूप में हुई। छात्रा यहां रतनपुर नयागांव क्षेत्र में किराये पर रहती थी। मोहित के पिता फौज में हैं, जबकि श्वेता के पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं।
शुक्रवार को ग्राफिक ऐरा में एक समारोह था। समारोह खत्म होने के बाद मोहित अपनी बहन और उसकी एक दोस्त व श्वेता को साथ लेकर घर निकला। मोहित की बहन और उसकी दोस्त झीवारेड़ी में कार से उतर गईं। मोहित का घर यहां से चंद कदम दूरी पर ही है। मोहित ने अपनी बहन से कहा कि वह श्वेता को उसके कमरे पर छोड़ कर आ रहा है। मोहित वहां से आगे बढ़ा तो गणोशपुर पेट्रोल पंप के पास सामने से आ रहे डंपर से आमने-सामने की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज हुई कि कार का अगला हिस्सा डंपर में घुस गया और मोहित और श्वेता की मौके पर ही मौत हो गई।
हादसे से हुई टक्कर की आवाज सुन जब तक आसपास के लोग एकत्रित होते, डंपर चालक फरार हो चुका था। इंस्पेक्टर पटेलनगर सूर्यभूषण नेगी ने बताया कि डंपर को कब्जे में ले लिया गया है। उसके पंजीकरण नंबर से चालक की पहचान की जा रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
दो घंटे जाम रहा शिमला बाईपास
देर रात हुए हादसे के बाद करीब दो घंटे तक शिमला बाईपास पर वाहनों के पहिये थमे रहे। गौरतलब है इस सड़क से सेलाकुई और हिमाचल प्रदेश की ओर जाने और उधर से आने वाले वालों वाहनों का रात के समय सबसे अधिक आवागमन होता है। ऐसे में रात में हादसे के बाद सड़क पर लंबा जाम लग गया।
एक महीने के भीतर चौथी मौत
शिमला बाईपास पर डंपरों की रफ्तार देख किसी का भी कलेजा हलक में आ सकता है। इसकी वजह से आए दिन हादसे होते रहते हैं, लेकिन पुलिस डंपरों की रफ्तार पर अंकुश लगाने की कोशिश तो दूर उन्हें रोककर चेक तक नहीं करती है। बीते आठ अप्रैल को भी शिमला बाईपास डंपर ने बाइक सवार वसीम पुत्र तस्लीम निवासी कांवली गांव, मनिहारन बस्ती व मो.अनीस पुत्र अख्तर अली निवासी ग्राम नानकरानी, जनपद रामपुर, उत्तर प्रदेश को कुचल दिया था। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। वसीम व अनीस दोनों दोस्त थे और मकानों में पीओपी का काम करते थे। हादसा वन विहार कॉलोनी के पास के हुआ था।
बोली एसपी सिटी
श्वेता चौबे, एसपी सिटी का कहना है कि डंपर और रात में चलने वाले ओवरलोड वाहनों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए जल्द ही विशेष चेकिंग अभियान शुरू किया जाएगा। हादसे के लिहाज से संवेदनशील इलाके चिन्हित कर एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं।