सोमवार को लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण का मतदान होना है। इसमें मध्य प्रदेश की सात सीटें भी शामिल हैं। लेकिन इससे पहले भाजपा ने प्रदेश की कमलनाथ सरकार के खिलाप आरोप-पत्र जारी किया है। सीधा निशाना मुख्यमंत्री कमलनाथ पर है। भाजपा ने अपने आरोप-पत्र में कमलनाथ को मिस्टर बंटाधार का नया अवतार बताया गया है। इस पर खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पलटवार किया है। उन्होंने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, ये आरोप पत्र झूठ का पुलिंदा है। उन्होंने भाजपा सरकार पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि, जो बीजेपी सरकार प्रदेश में अपने 15 साल का हिसाब नहीं दे पाई, वो हमसे 4 महीने का हिसाब मांग रही है।
वो यहीं नहीं रुके उन्होंने किसान कर्ज माफी के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि, मध्य प्रदेश में पिछले 4 महीने के भीतर ही 21 लाख किसानों का कर्ज माफ किया जा चुका है। ऐसे में भाजपा बेतुकी बात कर रही है। वहीं भाजपा द्वारा लाए गए आरोप-पत्र में प्रदेश में बिजली संकट की बात को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त बिजली है। इस मामले में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल आज शाम को चुनाव आयोग जाकर शिकायत दर्ज कराएगा और भाजपा पर कार्रवाई की मांग करेगा।
इससे पहले आज सुबह भोपाल के भाजपा कार्यालय में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और विनय सहस्त्रबुद्धे ने कमलनाथ सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया था। 12 पन्नों के इस आरोप पत्र को बीजेपी ने बंटाधार का नया अवतार नाम दिया है। इसमें कर्ज़ माफी के नाम पर किसानों को धोख़ा देने, बिजली किल्लत, युवा स्वाभिनाम योजना के नाम पर झूठे वादे करने का आरोप लगाया है।
इस मौके पर शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि चार महीने की सरकार के खिलाफ आरोप पत्र लाना पड़ा। उन्होंने कहा, दावे से कह रहा हूं कि सूबे में अभी भी कर्ज़ माफ नहीं हुआ है। कर्ज़माफ़ी के नाम पर किसानों से ठगी की गई है।