नई दिल्ली : लोकसभा के छठे चरण में कुल 979 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिसमें 311 अर्थात् 32 प्रतिशत करोड़पति हैं। उसमें से 189(20 प्रतिशत) पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। जबकि जिन उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं उसमें सर्वाधिक भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के टिकट पर मैदान में हैं। भाजपा के 54 में से 18 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। कांग्रेस के 46 में से 12 और बहुजन समाज पार्टी(बसपा) के 49 में से 17 उम्मीदवारों ने स्वीकार किया है कि उन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इतना ही नहीं 340(35 प्रतिशत) उम्मीदवारों की आयु 40 वर्ष से कम है और 509(53 प्रतिशत) उम्मीदवार स्नातक या उससे ऊपर की पढ़ाई कर चुके हैं। वहीं 83 महिलाएं अर्थात् नौ प्रतिशत महिला उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं।
नेशनल इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म्स(एडीआर) ने लोकसभा चुनाव के छठे चरण में चुनाव लड़ने वाले 979 में से 967 उम्मीदवारों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया। इन सभी उम्मीदवारों में से 174 राष्ट्रीय दलों से, 64 राज्य दलों से, 422 गैर मान्यता प्राप्त दलों से और 307 निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। 12 उम्मीदवारों का शपथ पत्र स्पष्ट नहीं होने के कारण उनका विश्लेषण नहीं किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार 967 में से 189 अर्थात् 20 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। 146 अर्थात् 15 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित दर्ज होने की बात स्वीकारी है। चार उम्मीदवारों ने खुद पर दोष सिद्ध मामले घोषित किए हैं। छह उम्मीदवारों पर हत्या(आईपीसी-302) और 25 उम्मीदवारों पर हत्या के प्रयास(आईपीसी-307) से सम्बन्धित मामले दर्ज हैं। पांच उम्मीदवारों ने माना है कि उन पर अपरहण से संबंधित मामले दर्ज हैं। 21 उम्मीदवारों पर महिलाओं के खिलाफ क्रूरता के मामले दर्ज हैं, जिनमें से दो के खिलाफ बलात्कार तक की धाराओं में केस है।
वित्तीय स्थिति की बात की जाए तो 311 अर्थात् 32 प्रतिशत उम्मीदवारों की संपत्ति एक करोड़ और उससे ज्यादा है। भाजपा के 54 में से 46(85 प्रतिशत), कांग्रेस के 40 में से 37(80 प्रतिशत), बसपा के 49 में से 31(63 प्रतिशत), आम आदमी पार्टी(आप) के 12 में से छह(50 प्रतिशत) और निर्दलीय 307 में से 71(23 प्रतिशत) उम्मीदवार करोड़पति हैं। लोकसभा चुनाव के छठे चरण में उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 3.41 करोड़ है। मुख्य दलों में भाजपा के 54 उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 12.70 करोड़ है। कांग्रेस के 46 उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 22.37 करोड़, बसपा के 49 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 6.3 करोड़ और आम आदमी पार्टी के 12 उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 3.01 करोड़ है।
इस चरण में सबसे अमीर उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं, जिनकी कुल संपत्ति 374 करोड़ से ज्यादा की है। वह कांग्रेस की टिकट पर मध्य प्रदेश की गुना से उम्मीदवार हैं। दूसरे नम्बर पर क्रिकेटर से नेता बने गौतम गंभीर हैं, जिनकी कुल संपत्ति 147 करोड़ से ज्यादा की है। वह भाजपा के टिकट पर पूर्वी दिल्ली से उम्मीदवार हैं। वहीं आईएनएलडी के हरियाणा की गुरुग्राम सीट से उम्मीदवार विरेंद्र राणा इस सूची में 102 करोड़ की संपत्ति के साथ तीसरे स्थान पर हैं। 395(41 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच घोषित की है। जबकि 509(53 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की है। 35 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और 10 ने अशिक्षित बताया है। 340(35 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष के बीच घोषित की है। जबकि 465(48 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की है। वहीं 153(16 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच घोषित की है। सात उम्मीदवारों ने अपनी आयु घोषित नहीं की हैं। दो उम्मीदवारों ने अपनी आयु 80 वर्ष से अधिक घोषित की है। लोकसभा चुनाव 2019 के छठे चरण में 83(नौ प्रतिशत) महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं।