नई दिल्ली : भारतीय मौसम विभाग ने बंगाल की खड़ी से उठे चक्रवाती तूफान ‘फणी’ के खतरे के मद्देनजर दक्षिण भारत के राज्यों में अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार हिंद महासागर और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बना दबाव वाला क्षेत्र गहराकर उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ गया है। अगले 12 घंटों के दौरान इसके चक्रवाती तूफान और फिर प्रचंड तूफान में तब्दील होने की आशंका है। मछुआरों को एक मई तक समुद्र में न जाने की हिदायत दी गई है। तूफान के चलते अगले कुछ दिनों तक तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश की आशंका है। क्षेत्रीय चक्रवात चेतावनी केंद्र के निदेशक एस. बालाचंद्रन ने कहा कि रविवार रात और सोमवार सुबह तक इस चक्रवाती तूफान के बढ़ने की संभावना है। उन्होंने 30 अप्रैल और एक मई तक इस तूफान के तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र तट के पास पहुंचने की संभावना जताई है। फणी चक्रवाती तूफान एक मई के बाद अपनी दिशा बदलेगा और उत्तर एवं उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा।
मौसम विभाग के मुताबिक तमिलनाडु और पुडुचेरी तटों, कोमोरिन इलाके, मन्नार की खाड़ी और केरल के तटों पर 30-40 किमी प्रति घंटे से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। 29 और 30 अप्रैल को केरल के कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। वहीं, 30 और एक मई को तमिलनाडु और आंध्र में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है। विभाग ने कहा कि अगले दो दिनों में भूमध्यरेखीय हिंद महासागर और उससे सटे दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में हवा की रफ्तार बढ़कर अधिकतम 145 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। इन क्षेत्रों के समुद्र में काफी ऊंची लहरें उठती देखी गईं। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर कहा कि इस आने वाले तूफान के चलते कोई भी मछुआरा एक मई तक श्रीलंका, पुडुचेरी, तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश के समुद्र में नहीं जाए।