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इंग्लैण्ड की चिल्ड्रेन्स इण्टरनेशनल समर विलेज संस्था (सी.आई.एस.वी.) द्वारा विश्व के अलग-अलग देशों में एक माह का अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर आयोजित किया जाता है, जिसमें विभिन्न देशों के बच्चे एक साथ एक छत के नीचे एक माह तक साथ-साथ रहकर मित्रता, सौहार्द, आपसी भाईचारे का पाठ सीखते हैं। इसी संदर्भ में सी.आई.एस.वी. यूथ मीटिंग का आयोजन नार्वे के स्टावेंगर शहर में किया गया, जिसका उद्देश्य सम-सामयिक विषयों पर विभिन्न देशों के नन्हें-मुन्हें बच्चों के विचारों को प्रमुखता देना एवं शान्ति-शिक्षा की विचारधारा को बढ़ावा देना था। श्री शर्मा ने बताया कि इस आठ-दिवसीय मीटिंग को ‘माइन्ड द गैप’ नाम दिया गया था, जिसमें लक्जमबर्ग, स्वीडन, ब्राजील, नार्वे एवं भारत के छात्रों ने प्रतिभाग किया और विभिन्न देशों के बीच सांस्कृतिक विविधता, भाषा की समस्या, राजनीतिक विचारधारा आदि के संदर्भ में समन्वय बनाने के तौर-तरीकों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। नार्वे से लौटे छात्रों ने अपने अनुभवांे के बारे में बड़े ही उत्साह से बताते हुए कहा कि हमने ”वसुधैव कुटुम्बकम्“ का संदेश विभिन्न देशों से आये बच्चों के द्वारा विश्व भर में पहुँचाने का प्रयास किया।