पेट्रोल-डीजल के दाम धीरे-धीरे आम आदमी की जेब जलाने लगे हैं। पिछले चार महीने में पेट्रोल-डीजल के दाम में चार रुपये से अधिक इजाफा हो गया है। बात देहरादून की करें तो मंगलवार को यहां पेट्रल 72.67 व डीजल 65.75 रुपये बिका। ऋषिकेश, पिथौरागढ़ में तो पेट्रोल 73 रुपये पार पहुंच चुका है। सिर्फ पिछले चार महीने में पेट्रोल के दाम में चार रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है।
तेल कंपनियों की ओर से पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार पांच से दस पैसे बढ़ाए जा रहे हैं। पिछले चार महीने में नजर डालें तो पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार इजाफा हुआ है। जनवरी में देहरादून में पेट्रोल करीब 68.50 व डीजल 62.70 प्रति लीटर की दर से बिका। इसमें अब क्रमश: चार व तीन रुपये की बढ़ोतरी हुई। ऋषिकेश व पिथौरागढ़ में पेट्रोल सर्वाधिक दर पर पहुंच चुका है। यहां पेट्रोल-डीजल के दाम से आम आदमी की जेब पर सीधा असर पड़ रहा है।
फिलहाल राहत की कोई उम्मीद नहीं
देहरादून पेट्रोल पंप वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष आशीष मितल का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल-डीजल के दाम काफी बढ़े हैं। इसलिए आने वाले दिनों में दाम में और इजाफा होने के आसार हैं। ऐसे में आम आदमी को फिलहाल राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
अक्टूबर में रिकॉर्ड स्तर पर थे दाम
अक्टूबर में पेट्रोल-डीजल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए थे। इसमें पेट्रोल 83 व डीजल 75 रुपये पार हो गया था। तब केंद्र व राज्य सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम में ढाई-ढाई रुपये की रियायत दी थी, जिससे आम जनता को थोड़ी राहत मिली थी। इसके बाद अब एक बार फिर पेट्रोल-डीजल के दाम धीरे-धीरे उड़ान भरने लगे हैं।
शहर———————पेट्रोल————–डीजल
देहरादून——————72.67————65.75
ऋषिकेश——————73.22————66.19
पिथौरागढ़—————–73.92————66.82
हरिद्वार——————-72.20———–65.35
एलपीजी की मांग में गिरावट, आपूर्ति में सुधार
गर्मी का सीजन शुरू होते ही रसोई गैस की खपत में गिरावट आ गई है, जिससे एलपीजी की सप्लाई में सुधार हुआ है। पहले तेल कंपनियों को मांग के अनुसार एलपीजी की सप्लाई करने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन अचानक मांग में आई कमी से तेल कंपनियों को भी आंशिक राहत मिल गई है।
बात देहरादून की करें तो यहां एलपीजी की मांग में करीब 20 फीसद कमी दर्ज की गई है। इससे देहरादून समेत अन्य शहरों में एलपीजी की आपूर्ति में सुधार आया है। अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में गैस की बुकिंग में भारी कमी देखी जा रही है।
दरअसल, गर्मी के सीजन में घरों में रसोई गैस की खपत में कमी आती है। जबकि, सर्दी व मानसून के सीजन में अचानक गैस की मांग बढ़ जाती है। इससे सप्लाई पर खासा दबाव रहता है। वर्तमान में गैस की मांग में कमी आने से सभी एजेंसियों में गैस पर्याप्त मात्रा व समय पर पहुंच रही हैं।
देहरादून एलपीजी डिस्ट्रिब्यूटर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष चमनलाल ने बताया कि अप्रैल से रसोई गैस की मांग में लगातार कमी आने लगती है। बताया कि उनकी गैस एजेंसी में रोजाना 1500 गैस सिलेंडर की सप्लाई होती है, लेकिन वर्तमान में करीब 1000 से 1100 सिलेंडर की ही सप्लाई हो रही है। यही स्थिति अन्य एजेंसी में भी देखने को मिल रही है।
एक माह से कम हुई मांग
आइओसी के एरिया मैनेजर प्रभात कुमार वर्मा के अनुसार, गर्मी के सीजन में रसोई गैस की खपत में कमी रहती है। इसलिए पिछले एक महीने में एलपीजी की मांग में कमी देखी गई है। इससे सप्लाई में भी सुधार आया है।