लोकसभा चुनाव 2019 में विवादास्पद बयान देने के कारण चुनाव आयोग का प्रतिबंध झेलने वाले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान की राह पर उनके विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम खान भी हैं। रामपुर से पहली बार लोकसभा का चुनाव लडऩे मैदान में उतरे आजम खान के समर्थन में एक चुनावी सभा में कल अब्दुल्ला आजम खान ने भाजपा प्रत्याशी जया प्रदा को अनारकली कह दिया। रामपुर में कल मतदान होना है। कल शाम को यहां प्रचार अभियान थम गया।
पान दरीबा में एक चुनावी सभा में मंच पर आजम खान की मौजूदगी में रामपुर के स्वार से विधायक अब्दुल्ला आजम खान ने कहा कि हमें अली भी चाहिए और बजरंग बली भी, लेकिन हमें अनारकली नहीं चाहिए। बड़े मियां तो बड़े मियां, छोटे मियां सुभानअल्ला। उन्होंने कहा मेरे पिता मुझे बड़ा अधिकारी बनाना चाहते थे, लेकिन एक दिन देखा कि एक अधिकारी पर डांट पड़ रही थी और वह कांप रहा था। उसी दिन मैंने तय कर लिया कि बड़ा अधिकारी नहीं बनना। मुझे तो आजम खान ही बनना है। बस तभी से जनता की सेवा करने का ख्याल मन में आ गया। जिस समय अब्दुल्ला आजम खान भाजपा प्रत्याशी जया प्रदा को अनारकली कह रहे थे, उस समय आजम खान हंस रहे थे।
पिता आजम खान के नक्श-ए-कदम पर बेटे अब्दुल्ला आजम खान भी चलते दिखाई दे रहे हैं। जया प्रदा पर बीते दिनों विवादित टिप्प्णी पर आजम खान इन दिनों घिरे हुए हैं, अब बेटे अब्दुल्ला आजम खान भी उसी रास्ते में जाते दिखाई दे रहे हैं। इससे पहले आजम खान भी जया प्रदा के बॉलीवुड से जुड़े होने की वजह से उन पर कई बार निशाना साधते आए हैं और उन्हें नाचने-गानेवाली भी बोल चुके हैं।
आजम खान का जया प्रदा पर लगातार प्रहार करते रहते हैं, लेकिन कल अब्दुल्ला आजम खान ने मोर्चा संभाल लिया। आजम खान और जया प्रदा के बीच यह जंग कोई नई नहीं है। समाजवादी पार्टी में रहकर भी दोनों एक-दूसरे के धुर विरोधी रहे हैं। इन दोनों के बीच की दुश्मनी 2009 के लोकसभा चुनाव में खुलकर सामने आई थी।
रामपुर में रविवार को पिता आजम के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला खान ने कहा कि जो हमारे माथे पर गुलामी का कलंक था, वो फिर लग जाएगा। चुनाव विकास के नाम पर हो रहा है पर विकास न तो 2014 में हुआ और न 2017 में हुआ। यहां जिला तो दूर कब्रिस्तान की बाउंड्री नहीं बनाई गई।
आजम खान रामपुर से सपा-बसपा गठबंधन के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। आजम खान ने जया प्रदा के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक बयान दिया था, जिसकी शिकायत चुनाव आयोग तक पहुंची थी। चुनाव आयोग ने आजम खान के प्रचार अभियान पर पाबंदी लगा दी थी। एक तरफ उनकी टिप्पणी का संज्ञान लेकर महिला आयोग ने आजम को नोटिस भेजा तो वहीं, दूसरी तरफ उनके खिलाफ रामपुर के शाहबाद थाने में केस दर्ज कराया गया।