लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha elections 2019) में आज उत्तर प्रदेश आज ऐतिहासिक राजनीतिक घटना का गवाह बनने जा रहा है. आज करीब 24 सालों के बाद बीएसपी प्रमुख मायावती और समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव एक साथ एक चुनावी मंच पर दिखाई देंगे. मायावती के साथ मंच साझा करने को लेकर मुलायम सिंह यादव ने कहा, ‘हमें तो भाषण देना है. सभी नेता आ रहे हैं. हर दल के नेता हैं, कार्यक्रम है, दूसरी पार्टी के नेता हैं’ मैनपुरी में रैलियां करने के सवाल पर मुलायम सिंह ने कहा, ‘क्षेत्र है इससे पहले भी रैली कर चुके हैं, जनता और कार्यकर्ता ने स्वीकार कर रखा है, हमें तो जाना होगा, हमारा क्षेत्र है, बुलाया भी है.’
जीत के अंतर और सीटों की संख्या पर नेताजी ने कहा, ‘अभी तो वोट पड़ेगा, चुनाव भी शुरू नहीं हुआ है, अभी तो सीटें बंटे नहीं हैं, अभी लिस्ट जारी कहां हुई है.’ वहीं मुलायम सिंह ने शिवपाल यादव के बारे में सवाल पूछने पर कहा, ‘शिवपाल भाई है, आपको क्या मतलब है?
बता दें कि साल 1993 में यूपी में सपा-बसपा गठबंधन कर सरकार बनाने वाली इन दोनों पार्टियों के बीच 5 जून 1995 को लखनऊ में हुए गेस्ट हाउस काण्ड के बाद जबर्दस्त खाई पैदा हो गई थी. अब उस घटना के तकरीबन 24 साल बाद मुलायम सिंह और मायावती एक मंच पर होंगे. दरअसल सपा—बसपा—रालोद महागठबंधन की चौथी रैली शुक्रवार को मैनपुरी में होने जा रही है. मैनपुरी से मुलायम सिंह यादव चुनाव मैदान में है.
मैनपुरी में रैली
इस दौरान बसपा अध्यक्ष मायावती अपने दशकों पुराने प्रतिद्वंद्वी सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के लिये वोट मांगेंगी. मैनपुरी की क्रिश्चियन फील्ड में होने वाली इस रैली में मायावती और मुलायम के मंच साझा करने की संभावना है. इसके जरिये महागठबंधन प्रतिद्वंद्वियों को यह संदेश देने की कोशिश करेगा कि सभी दल भाजपा के खिलाफ एकजुट हैं.
सपा के जिलाध्यक्ष खुमान सिंह वर्मा ने बताया कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बसपा मुखिया मायावती और राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह रैली को संबोधित करेंगे. इस मौके पर सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव भी मौजूद रहेंगे.
रैली की तैयारियों में जुटे मैनपुरी सदर से सपा विधायक राज कुमार उर्फ राजू यादव ने बताया कि मुलायम ने रैली में हिस्सा लेने की पुष्टि की है. शुरू में ऐसी खबरें थीं कि मुलायम रैली में शामिल नहीं होंगे. वर्मा ने बताया कि रैली स्थल पर 40 लाख लोगों को जुटाने की तैयारी की गयी है. इस बीच, बसपा जिलाध्यक्ष शिवम सिंह ने बताया कि मायावती शुक्रवार को सैफई के रास्ते मैनपुरी पहुंचेंगी.
लोकसभा चुनाव से पहले सपा से हाथ मिलाने के बाद मायावती स्पष्ट कर चुकी हैं कि दोनों पार्टियों ने भाजपा को हराने के लिये आपसी गिले—शिकवे भुला दिये हैं. अब सबकी निगाहें कल मायावती के संबोधन पर होंगी.