मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के दरबार में हरिद्वार जिले के दो विधायकों कुवंर प्रणब सिंह चैंपियन और देशराज कर्णवाल के बीच चल रही जुबानी जंग का मसला सुलझ गया।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल की पहल पर दोनों विधायक गुरुवार को मुख्यमंत्री से उनके आवास पर मिले। बंसल के मुताबिक दोनों विधायकों ने अब तक हुई बयानबाजी पर खेद जताया। उन्होंने बताया कि दोनों विधायकों के मध्य लम्बे समय से संवादहीनता बनी हुई थी। साथ ही आपस मे कुछ गलतफहमियां पैदा हो गई थी। अब दोनों विधायकों के गिले शिकवे दूर हो गए हैं। लिहाजा, मामला शांत होने के साथ ही अब नोटिस का जवाब देने की जरूरत नहीं रह गई है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के जाति प्रमाणपत्र को फर्जी बताते हुए प्रशासन से इस पर कार्रवाई करने की मांग की थी। इतना ही नहीं उन्होंने पुराने दस्तावेज निकालकर एसएसपी को भी उपलब्ध करा दिए थे। वहीं, झबरेड़ा विधायक ने भी खानपुर विधायक के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ था। दो दिन पहले पार्टी हाईकमान की चेतावनी के बाद देशराज कर्णवाल ने ज्यादा कुछ बोलने से इन्कार कर दिया था।
उनका कहना था कि पूरे मामले में मुख्यमंत्री और पार्टी हाईकमान को अवगत करा दिया गया है। इससे ज्यादा वह कुछ नहीं कहेंगे। वहीं, विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने मंगलवार को देहरादून में प्रेस वार्ता कर देशराज कर्णवाल के प्रमाण पत्र को फर्जी करार देते हुए कहा था कि वह कर्णवाल को जेल भिजवाकर ही दम लेंगे। बुधवार को खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन देहरादून में ही थे। उनसे फोन पर भी संपर्क नहीं हो सका। वहीं, झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल परिवार के साथ नैनीताल में हैं।
उन्होंने फोन पर बताया कि वह पहले ही कह चुके हैं कि मुख्यमंत्री और प्रदेश हाईकमान के सामने अपना पक्ष रख चुके हैं। दोपहर तक उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला। गुरुवार को दोनों विधायक मुख्यमंत्री के दरबार में पहुंचे। भाजपा के प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल के मुताबिक दोनों विधायकों ने अब तक हुई बयानबाजी पर खेद जताया। अब दोनों विधायकों के गिले शिकवे दूर हो गए हैं। लिहाजा, मामला शांत होने के साथ ही अब नोटिस का जवाब देने की जरूरत नहीं रह गई है।