बाराबंकी : राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान स्थानीय जनपद में लगातार विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। बाल विकास विभाग द्वारा जनपद के करीब सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर ममता दिवस का आयोजन किया गया। । कार्यक्रम के दौरान गर्भवती, धात्री माताओं को नके शिशुओं, हेतु पोषण एवं स्वास्थ सम्बन्धी जानकारी देकर जागरूक किया गया। कार्यक्रम में गर्भवती महिलाओं की गोद फल और पौष्टिक आहार से भरी गई। इसकें साथ ही सभी केन्द्रों पर पोषाहार का वितरण किया गया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रकाश कुमार चौरसिया ने बताया कि जिले के करीब 2800 आंगनबाड़ी केंद्रों पर ममता दिवस कार्यक्रम के रूप में मनाया गया। जिले के लगभग सभी आंगबाड़ी केन्द्रों पर जन सहयोग से ममता दिवस का आयोजन किया गया, केन्द्रों पर महिलाओं को पोषण एवं स्वास्थ संबंधी जानकारी देकर जागरूक किया गया । उन्होंने बताया कि कई गर्भवती महिलाओं की गोद भरी गई। उन्हें बताया गया है कि प्रसव के बाद पीला गाढ़ा दूध नवजात को पिलाया जाए, प्रसव सिर्फ संस्थागत होना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आयी सभी महिलाओं में पोषाहार वितरण किया गया।
सीडीपीओ पुष्पा मिश्रा ने बताया कि जिन महिलाओं के बच्चें छह माह के हो गये है उन बच्चों को आज से मां के दूध के अतिरिक्त ऊपर की खुराक देने की शुरूआत की गई है, इस खुराक में केला, दाल का पानी, चावल का पानी, और बच्चे के शरीर को ताकत देने वाली खाने की चीजे शामिल है, धात्री माताओं को बच्चे के छह माह बाद अर्ध ठोस ऊपरी आहार देने के साथ- साथ मां का दूध भी जारी रखने की सलाह दी गई। उन्होंने कहा जब तक बच्चा दूध पिए स्त्नपान जारी रखना चाहिए, इस दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। दूध पिलाने से पूर्व हाथ को अवश्य धोए और बच्चे को ऊपरी आहार देने से पहले भी बच्चें के हाथ धुलवाए।