एक आंकड़े के मुताबिक इंडियन रेलवे से हर रोज 2 करोड़ के करीब यात्री यात्रा करते हैं। लेकिन इनमें से बेहद कम लोगों को जानकारी होगी कि उन्हें ट्रेन टिकट पर एक रुपये से भी कम कीमत पर लाखों का बीमा मुहैया करवाया जाता है। यह सेवा आईआरसीटीसी के माध्यम से टिकट बुक करवाने पर मिलती है। पहले यह सेवा मुफ्त में उपलब्ध थी, लेकिन अब इसके लिए न्यूनतम शुल्क लिया जाने लगा है। इस न्यूनतम शुल्क में कर की राशि भी शामिल होती है।
अगर आप इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आईआरसीटीसी) के माध्यम से टिकट बुक कराते हैं तो आपको ट्रेन टिकट के साथ 10 लाख रुपये का बीमा उपलब्ध करवाया जाता है। इसके लिए यात्रियों को ट्रेन टिकट के साथ ही 49 पैसे का भुगतान करना होता है जो कि इस इंश्योरेंस का प्रीमियम होता है। यह जानकारी आईआरसीटीसी की आधिकारिक वेबसाइट irctc.co.in पर उपलब्ध है।
हालांकि आईआरसीटीसी की ट्रैवल इंश्योरेंस सुविधा का लाभ वैकल्पिक होता है। अगर यात्री आईआरसीटीसी की वेबसाइट या मोबाइल एप के माध्यम से टिकट बुक करेंगे तो उन्हें यह विकल्प ट्रेवल इंश्योरेंस सेक्शन में दिखाई देगा।
किसे मिलता है बीमा का कितना लाभ?
गौर करने वाली बात यह है कि इस बीमा का लाभ आरएसी और कन्फर्म टिकट वालों को मिलता है। क्लेम कितना मिलेगा यह दुर्घटना में हुए नुकसान पर निर्भर करता है। इसे 5 वर्गों में बाटा गया है। अगर आप मृतकों के अवशेष को ले जा रहे हैं और उस दौरान हादसा होता है तो आपको 10,000 रुपये का क्लेम मिलता है। वहीं यात्रा के दौरान अगर आप जख्मी होकर अस्पताल में भर्ती होते हैं तो 2 लाख का क्लेम, रेल यात्रा के दौरान हादसे में आंशिक विकलांगता होने की सूरत में 7,50,000 रुपये का क्लेम मिलता है। वहीं दुर्घटना में स्थायी विकलांगता और मौत होने की सूरत में 10,00,000 रुपये का क्लेम मिलता है।
आईआरसीटीसी के इस इंश्योरेंस की खास बातें:
- इंश्योरेंस पॉलिसी के चयन पर कस्टमर को एसएमएस के जरिए पॉलिसी की जानकारी दी जाती है। इसके साथ ही ईमेल आईडी पर इंश्योरेंस कंपनी की ओर से भी जानकारी दी जाती है जिसमें एक लिंक होता है। इसमें नॉमिनेशन डिटेल भरनी होती है। पॉलिसी नंबर को आईआरसीटीसी पेज से टिकट बुक हिस्ट्री से भी देखा जा सकता है।
- टिकट की बुकिंग के बाद, बीमा कंपनी की वेबसाइट पर जाकर नॉमिनेशन की डिटेल को भरा जाना आवश्यक है। अगर नामांकन का विवरण नहीं भरा जाता है, तो दावा समाप्त होने पर कानूनी उत्तराधिकारियों के साथ समझौता किया जाता है। यह जानकारी आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर दर्ज है।
- अगर किसी कारण से ट्रेन का डायवर्सन होता है तो इस मामले में भी डायवर्टेड रूट के लिए कवरेज लागू होता है।
- यात्रियों की ओर से एक बार प्रीमियम का भुगतान हो जाने के बाद कैंसिलेशन की सुविधा नहीं मिलती है।
- ट्रैवेल इंश्योरेंस के विकल्प की सुविधा पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए उपलब्ध नहीं होती है।