कमजोर वैश्विक रुख के बीच एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में अचानक चले बिकवाली के दौर से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बुधवार को 354 अंक टूट गया. बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 353.87 अंक या 0.91 प्रतिशत के नुकसान से 38,585.35 अंक पर आ गया. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 87.65 अंक या 0.75 प्रतिशत के नुकसान से 11,584.30 अंक रह गया. एचडीएफसी बैंक में 2.07 प्रतिशत तथा एचडीएफसी में 1.96 प्रतिशत का नुकसान रहा. एचडीएफसी समूह की दोनों कंपनियों के शेयरों में आई गिरावट का सेंसेक्स के 354 अंक के नुकसान में करीब आधे का हिस्सा रहा.
कारोबारियों ने कहा कि निजी इक्विटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी केकेआर द्वारा एचडीएफसी समूह की दोनों कंपनियों में कुछ हिस्सेदारी बेचने की खबरें आई हैं, जिससे इन कंपनियों के शेयर टूट गए. उन्होंने कहा कि इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने विश्व आर्थिक परिदृश्य में 2019 के लिए वैश्विक वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 3.3 प्रतिशत कर दिया है जिससे बाजार धारणा पर असर पड़ा. आईएमएफ ने 2019 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत तथा अगले साल 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय संघ से आयातित उत्पादों पर शुल्क लगाने की धमकी दी है जिससे वैश्विक व्यापार में तनाव बढ़ा है.
सेंसेक्स की अन्य कंपनियों में भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स, टीसीएस, एचसीएल टेक, टाटा स्टील, एसबीआई, इंडसइंड बैंक और हीरो मोटोकॉर्प के शेयर 3.28 प्रतिशत तक नीचे आ गए. वहीं टाटा मोटर्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, कोटक बैंक,कोल इंडिया, सनफार्मा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज आटो और ओएनजीसी के शेयरों में 4.68 प्रतिशत तक का लाभ रहा.
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख दीपक जसानी ने आईएमएफ द्वारा वैश्विक आर्थिक वृद्धि परिदृश्य को घटाने की खबरों से धारणा प्रभावित हुई. इसके अलावा अमेरिका तथा यूरोपीय संघ के बीच व्यापार को लेकर तनाव बढ़ा है. इससे भी धारणा पर असर हुआ. निवेशक कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजों से पहले सतर्कता बरत रहे हैं.
दक्षिण कोरिया का कॉस्पी 0.49 प्रतिशत चढ़ गया और शंघाई कम्पोजिट 0.16 प्रतिशत लाभ में रहा. शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार लाभ में चल रहे थे.