नई दिल्ली : रक्षामंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता निर्मला सीतारमण ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल सौदे की पुनरीक्षण याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के बुधवार को दिए गए फैसले की गलत व्याख्या कर न्यायालय की अवमानना कर रहे हैं। सीतारमण ने भाजपा मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को एक पैरा पढ़ने और समझने की बुद्धि नहीं है लेकिन वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले की गलत व्याख्या कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि न्यायालय के फैसले के बाद राहुल गांधी की यह टिप्पणी कि ‘सुप्रीम कोर्ट ने यह मान लिया है कि चौकीदार चोर है’ घोर आपत्तिजनक है। भाजपा नेता ने कहा कि जो लोग खुद जमानत पर हैं वे ईमानदार प्रधानमंत्री पर कीचड़ उछाल रहे हैं और ऐसी बात कह रहे हैं जो सुप्रीम कोर्ट ने कही ही नहीं।
सीतारमण ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले की कुछ पंक्तियां पढ़ते हुए कहा कि न्यायालय ने पुनरीक्षण याचिका के साथ दाखिल कुछ गोपनीय दस्तावेजों के संबंध में केंद्र सरकार की प्रारंभिक आपत्ति को नकारा है। उल्लेखनीय है कि अटार्नी जनरल ने न्यायालय में दलील दी थी कि गोपनीय दस्तावेज अवैध तरीके से हासिल किए गए हैं। इसलिए न्यायालय को इस पर गौर नहीं करना चाहिए। भाजपा नेता ने कहा कि सरकार का अब भी यह मानना है कि गोपनीय दस्तावेज अवैध रूप से बाहर आए थे लेकिन अब जबकि सुप्रीम कोर्ट ने इस संबंध में फैसला दिया है तो सरकार इसके अनुरूप काम करेगी। उन्होंने कहा कि पुनरीक्षण याचिका पर न्यायालय को अभी गौर करना है फिर भी कांग्रेस अध्यक्ष गलतबयानी कर न्यायालय की अनमानना कर रहे है। उन्होंने राफेल सौदे के बारे में सुप्रीम कोर्ट के पहले के आदेश और नियंत्रक व महालेखापरीक्षक की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि दोनों ने राफेल सौदे के संबंध में सरकार के पक्ष को सही पाया था। सीतारमण ने कहा कि जिन गोपनीय दस्तावेजों को मीडिया के एक वर्ग में छापा गया था, उसमें कांट-छांट कर अधूरी जानकारी ही उजागर की गई थी।