आप सभी को बता दें कि हर व्यक्ति अपने जीवन में धर्म के मुताबिक ही अपने ईष्ट देवी देवताओं की पूजा अर्चना करता हैं, ऐसे में उनकी कृपा और आशीर्वाद आने के लिए वह कई सारे उपाय भी करता हैं, जिससे उसका पूरा सुख और शांतिमय गुजरें. ऐसे में कहा जाता हिंदू धर्म में भी भगवान और देवी—देवतओं पूजा में हवन या फिर मंत्रों का विशेष जाप किया जाता हैं, मगर कभी कभार व्यक्ति अपनी पूजा में इन मंत्रों का गलत उच्चारण कर बैठता हैं.
यह हैं वो खास मंत्र –
अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेऽहर्निशं मया. दासोऽयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वर..
गतं पापं गतं दु:खं गतं दारिद्रय मेव च. आगता: सुख-संपत्ति पुण्योऽहं तव दर्शनात्..
यह है मंत्र का अर्थ- आपको बता दें,कि इस मंत्र का जाप आप जब करते हैं तो भगवान से यह कहते हैं, कि हे ईश्वर मुझसे कई गलतियां हुई हैं. ये मेरा दास हैं ऐसा समझकर मेरे इन अपराधों को आप क्षमा कर दें. आपके दर्शन से मेरे पापों और दुखों का नाश हो, गरीबी दूर हो और मुझ सुख और संपत्ति प्राप्त हों. ऐसा वरदान मुझे दे.