नई दिल्ली : भारतीय बैंकों के हजारों करोड़ रूपये लेकर फरार हुए भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की भारत वापसी अब आम चुनाव के बाद ही संभव हो सकेगी। यूनाइटेड किंगडम (यूके) की वेस्टमिनिस्टर अदालत ने नीरव मोदी की जमानत पर अगली सुनवाई को लेकर आदेश जारी किया है। जिसके मुताबिक अब नीरव मोदी केस में अगली सुनवाई 30 मई, 2019 के बाद होगी। उल्लेखनीय है कि भारत में आम चुनाव के परिणामों की घोषणा 23 मई को होगी, जिस दिन ये तय होगा कि अगली सरकार किसके नेतृत्व में बनेगी। गुरूवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक सवाल के जवाब में बताया कि भारत सरकार ने भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं। लेकिन नीरव मोदी का सारा मामला यूके की अदालत में विचाराधीन है। जिसके चलते भारत सरकार को नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।
यूके के वेस्टमिनिस्टर अदालत ने हाल ही में नीरव मोदी की जमानत को लेकर आदेश जारी किया है, जिसके मुताबिक इस मामले में अगली सुनवाई 30 मई, 2019 के बाद होगी। इस तरह नीरव मोदी का प्रत्यर्पण अब अगली सरकार के कार्यकाल में ही संभव हो पाएगा। बता दें कि भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी और उसके रिश्तेदार मेहुल चौकसी ने भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से हजारों करोड़ रूपये का कर्ज लिया था। लेकिन उसे वापस करने के बदले वे देश छोड़कर भाग गए। मेहुल चौकसी एंटिगुआ-बारबाडोस में है, वहीं नीरव मोदी लंदन में रह रहा है। भारत सरकार दोनों ही भगोड़े अपराधियों के प्रत्यर्पण के लिए राजनयिक तरीके से प्रयास कर रही है।