फीफा विश्व कप में रविवार को मैक्सिको ने गत विजेता जर्मनी को 1-0 से हरा दिया। अपनी टीम की इस बड़ी जीत की खुशी में मैक्सिको के प्रशंसक इस कदर नाचे कि देश में भूकंप आ गया। भूकंप की जांच करने वाले यंत्रों पर इसे रिकॉर्ड किया गया। जैसे ही मैक्सिको की टीम ने गोल किया, लोग नाचने लगे और सिस्मोग्राफ यंत्र पर इसे महसूस किया गया। 7 सेकंड तक दो बार झटके महसूस किए गए।
प्रशंसक मैक्सिको सिटी में मशहूर ऐंजल ऑफ इंडिपेंडेंट्स स्मारक के करीब इकट्ठा हो गए और मैक्सिको के झंडे लहराते हुए झूम-झूमकर गाने लगे। जैसे ही स्टार खिलाड़ी हिरविंग लोजानो ने 35वें मिनट में गोल किया, लोग चिल्ला उठे “हमने कर दिखाया।” मैक्सिको के जियोलॉजिकल और एटमॉस्फेरिक रिसर्च इंस्टीट्यूट ने बताया कि सुबह 11.32 बजे जब लोजानो ने जर्मनी के खिलाफ गोल दागा तो धरती में एक वाइब्रेशन महसूस किया गया, जो छोटा भूकंप महसूस किया गया।
सक्रिय हो गए सेंसर
दरअसल, ऐंजल ऑफ इंडिपेंडेंट्स के करीब मौजूद प्रशंसक खुशी से “मैक्सिको, मैक्सिको, मैक्सिको” के नारे लगा रहे थे। उनके कूदने से जमीन पर हुई हलचल के चलते भूकंप मापने वाले सेंसर सक्रिय हो गए। प्रशंसक अब उम्मीद जता रहे हैं कि उनके देश की टीम अब 15 अन्य टीमों के साथ अगले दौर में पहुंचेगी। प्रशंसक टीम के क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और यहां तक कि फाइनल तक में पहुंचने की उम्मीद लगा बैठे हैं।
सोशल मीडिया पर प्रशंसकों ने गोलकीपर गुलिमेरो ओचाओ के प्रदर्शन की खूब तारीफ की। कई ऐसे मीम भी चल निकले, जिसमें उन्हें अगले राष्ट्रपति के रूप में दिखाया जा रहा है। 45 वर्षीय मर्चेंट ने कहा कि वह बेहद खुश हैं यह जीत एक भूकंप की तरह है। हम बेहद ही खुश हैं। वहीं मैक्सिको के राष्ट्रपति एरनीक पेना निएटो ने भी ट्विटर पर टीम को बधाई दी।
1982 के बाद पहली बार
1982 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि जर्मनी को फीफा विश्व कप में खेले गए पहले ग्रुप मैच में ही हार का सामना करना पड़ा है।
1988 में हुआ था ऐसा
वर्ष 1988 में लुसियाना स्टेट यूनिवर्सिटी और अबर्न के बीच कॉलेज स्तर के फुटबॉल मैच में अबर्न की जीत का टाइगर स्टेडियम में ऐसा जश्न मना कि इर्दगिर्द के क्षेत्र में सिस्मोग्राफ में रिकॉर्ड हो गया। वर्ष 2016 में लिसेस्टर सिटी के प्रशंसकों ने भी नॉर्विक पर जीत का ऐसा जश्न मनाया था कि भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।