पंजाब के फायर ब्रांड नेता व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर एक बार फिर चर्चाओं का बाजार गर्म है। सिद्धू पिछले करीब 10-15 दिनों से सार्वजनिक तौर पर नहीं दिखे तो उनके नाराज हाेने की चर्चाएं चल पड़ीं। चंडीगढ़ या अमृतसर से उनकी पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू को टिकट नहीं मिला तो इस कयासबाजी को और बल मिला। अब सिद्धू ने कहा है कि वह कहीं गायब नहीं हुए हैं और अपने कार्यालय में मौजूद हैं।
जागरण से बातचीत में सिद्धू ने कहा कि 10 दिन पहले उनके दांतों का ऑपरेशन हुआ था। इस कारण डॉक्टरों ने आराम करने को कहा था और बोलने से पूरी तरह मना किया था। इस कारण वह सार्वजनिक तौर पर वह नहीं दिखे। सिद्धू ने कहा, इस तरह की चर्चाएं फिजूल हैं। मैं किसी तरह से नाराज नहीं हूं। मैं आज भी दफ्तर में बैठा हूं और कामकाज निपटा रहा हूं।
बता दें कि 7 मार्च को माेगा में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की रैली में नवजोत सिंह सिद्धू की उपेक्षा किए जाने की बात सामने आई थी। उनको जनसभा में बोलने का मौका भी नहीं मिला था। इसके बाद सिद्धू ने नाराजगी भरे अंदाज में कहा था कि लगता है मैं अच्छा वक्ता नहीं रहा। इसके बाद से सिद्धू अपेक्षाकृत बहुत कम सक्रिय नजर आए।
पिछले करीब 10-15 दिनों से सिद्धू सार्वजनिक तौर पर नजर नहीं आए। इसके बाद कहा जाने लगा कि वह अपनी नाराजगी दिखाने के लिए एकांतवास में हैं। राजनीतिक सूत्रों ने यहां तक कहना शुरू कर दिया कि नवजोत सिद्धू ने विभाग का कामकाज भी छोड़ रखा है। सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर ने चंडीगढ़ से लोकसभा चुनाव में टिकट मांगी थी, लेकिन कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता पवन बंसल को प्रत्याशी घोषित कर दिया। इसके अलावा उनको अमृतसर से भी टिकट का दावेदार बताया जा रहा था, लेकिन कांग्रेस ने वहां से भी उनकी उम्मीद तोड़ दी। फिर सिद्धू की नाराजगी की चर्चाओं ने आज और जोर पकड़ लिया।
इसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू से जागरण ने संपर्क किया तो उन्होंने कहा, ‘मैं कोई नाराज-वराज नहीं हूं। मैं तो अपने दफ्तर में हूं। ऑपरेशन के कारण डॉक्टरों ने उनको बोलने से मना किया हुआ था। मैं पार्टी के प्रति पूरी तरह निष्ठावान हूं।’ बता दें कि सिद्धू को लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में माना जाता है। उनकी देश के विभिन्न हिस्सों में प्रचार के लिए मांग है, लेकिन जानकारी के अनुसार अभी उनको उत्तर प्रदेश में ही प्रचार के लिए कहा गया है। पिछले दिनों पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में सिद्धू ने कांग्रेस के लिए धुआंधार प्रचार किया था।
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू पिछले दिनों पाकिस्तान को लेकर दिए बयानों के कारण विवादों में आ गए थे। उन्होंने अपने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बयान के उलट बयान देकर हलचल मचा दी थी। पुलवामा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 44 जवानों के शहीद होने के बाद इसके लिए पाकिस्तान को दोषी नहीं मानने के उनके बयान का तो देशभर में विरोध हुआ था। माना जाता है कि इस कारण उनकी कॉमेडी शो ‘कपिल शर्मा शो’ से उनकी विदाई हो गई।
इससे पहले भी वह कैप्टन अमरिंदर सिंह के मना करने के बावजूद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वहां गए थे। वहां पाकिस्तान के सेना प्रमुख से गले मिलने के कारण वह निशाने पर आ गए थे। उनके खिलाफ विरोधी दलों के नेताओं के साथ-साथ पंजाब के कई कांग्रेस नेताओं ने भी मोर्चा खोल दिया था।