नीति अयोग वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ने मंगलवार को चुनाव आयोग को जवाब भेजा। राजीव कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की न्याय योजना को लेकर टिप्पणी की थी जिसके बाद चुनाव आयोग ने राजीव कुमार से जवाब मांगा था, उन्होंने चुनाव आयोग को भेजे गए जवाब में लिखा है कि ये टिप्पणी उन्होंने एक अर्थशात्री के तौर पर की थी न कि नीति आयोग के वीसी के तौर पर।
यह है पूरा मामला
आपको बता दें कि पिछले महीने की 27 तारीख को योजना आयोग के वीसी राजीव कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के चुनावी घोषणापत्र की ‘न्याय’ योजना पर टिप्पणी की थी जिसके बाद चुनाव आयोग ने राजीव कुमार के खिलाफ संज्ञान लेते हुए इसे आचार संहिता का उल्लघंन करार देते हुए जवाब मांगा था। चूंकि राजीव कुमार एक नौकरशाह होने के साथ-साथ नीति आयोग के उपाध्यक्ष भी हैं इसलिए चुनाव आयोग ने उनके इस बयान को संज्ञान में लिया चुनाव आयोग के मुताबिक उन्हें राजनीतिक दलों के चुनावी अभियान पर बयानबाजी नहीं करनी चाहिए।
राजीव कुमार का बयान
राजीव कुमार ने ट्वीट कर कहा था कि न्याय योजना तो चांद लाकर देने जैसा वादा है। इस अव्यवहारिक योजना से देश की अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो जाएगी। सरकारी खजाने को जो घाटा होगा, उसे पूरा नहीं किया जा सकेगा। इस टिप्पणी पर राजीव कुमार से चुनाव आयोग विस्तृत ब्योरा मांग सकता है।