नवरात्रि का उत्सव चरम पर है। चारों तरफ ढोल-नगाड़े और डांडियों का धूम-धड़ाका है। इस सबके बीच देवी की आराधना भी करना है। समय कम है। ऐसे में हम लाए हैं कुछ बहुत सरल उपाय जो आप सीमित समय में भी आजमा सकते हैं।
नवरात्रि में अगर आप 9 दिन के उपवास नहीं रख पा रहे हैं तो अंतिम दिन जरूर उपवास रखें।
प्याज,लहसुन,मदिरा,तंबाकू आदि का सेवन बिलकुल भी ना करें।
घर में क्लेश बिलकुल भी ना करें।
नवरात्रि के अंतिम दिन श्रीसूक्त पाठ करने से घर में कभी भी आर्थिक संकट नहीं आता है।
अष्टमी और नवमी के दिन माता को इत्र तथा शहद चढ़ाएं इससे माता बहुत प्रसन्न होती है।
नवरात्र के अंतिम दिन
सूर्योदय के पहले पीपल के ग्यारह पत्ते लें। उन पर राम नाम लिख कर इन पत्तों की माला बनाकर इसे हनुमानजी को पहना दें।
सूर्योदय के पहले पीपल के ग्यारह पत्ते लें। उन पर राम नाम लिख कर इन पत्तों की माला बनाकर इसे हनुमानजी को पहना दें।
स्थायी लक्ष्मी प्राप्ति के लिए नित्य पान में गुलाब की 7 पंखुरियां रखकर तथा मां दुर्गा को अर्पित करें।
नवरात्रि में मां दुर्गा की आराधना लाल रंग के कंबल के आसन पर बैठकर करना अति उत्तम माना गया है। इससे सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।