नई दिल्ली : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस पार्टी के चुनावी घोषणापत्र को झूठ का पुलिंदा करार देते हुए मंगलवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी का लोक सभा चुनाव 2019 के लिए जारी घोषणापत्र झूठ का पुलिंदा है और देश की जनता एवं जांबाज सिपाहियों का अपमान है। कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र के माध्यम से देश की सुरक्षा पर क्रूरतम प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का झूठे वादे करने का एक लंबा इतिहास रहा है। आज तक कांग्रेस ने एक भी वादा अपने कार्यकाल में पूरा करके नहीं दिखाया। शाह ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा है कि केंद्र में उसकी सरकार आने पर आर्म्ड फोर्स स्पेशल प्रोटेकशन एक्ट (एएफएसपीए) को कमजोर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृतिव को स्पष्ट करना चाहिए कि एएफएसपीए को कमजोर कर के वह सेना के मनोबल को बढ़ाना चाहती है या गिराना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देशद्रोह के क़ानून को ख़त्म करके और एएफएसपीए को कमजोर करके आतंकवादियों और अलगाववादियों के चेहरे पर मुस्कान ला रही है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि देशद्रोह के क़ानून को ख़त्म करने का मतलब है कि कांग्रेस राज में ‘भारत माता की जय’ के बदले देशद्रोही गैंग के ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ के नारे लगेंगे। एएफएसपीए हटाने का मतलब यह है कि सेना के पास से आतंकवादियों पर प्रहार करने के हथियार छीन लिए जायेंगे। भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस के साथी उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में अलग से प्रधानमंत्री की मांग की है। कांग्रेस को बताना चाहिए कि एक देश में दो प्रधानमंत्री कैसे हो सकते हैं? क्या जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है? कांग्रेस पार्टी स्पष्ट करे कि वह उमर अब्दुल्ला के बयान के साथ है या नहीं? उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा, इसे हमसे कोई नहीं छीन सकता। उन्होंने कहा कि घोषणापत्र में कांग्रेस ने वादा किया है कि वह अलगाववादियों से बिना शर्त बात करेगी। वह किसको खुश करने के लिए ऐसा कर रही है? उन्होंने सवाल किया कि क्या कारण है कि आतंकवादियों, अलगावादियों, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और कांग्रेस का घोषणापत्र एक ही भाषा का प्रयोग करता है?