मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘मोदी जी की सेना’ वाले बयान पर फंस गए हैं। चुनाव आयोग ने गाजियाबाद के जिलाधिकारी से इसकी रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने मीडिया रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए योगी के भाषण की सीडी मंगाई है। जल्द ही गाजियाबाद के डीएम अपनी रिपोर्ट मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भेजेंगे।
रविवार को गाजियाबाद में एक रैली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय सेना के लिए ‘मोदी जी की सेना’ शब्द का इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के लोग आतंकवादियों को बिरयानी खिलाते थे और ‘मोदी जी की सेना’ उन्हें सिर्फ गोली और गोला देती है। यह अंतर है, कांग्रेस के लोग मसूद अजहर जैसे आतंकियों के लिए ‘जी’ का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार आतंकियों के कैंप पर हमले कर उनकी कमर तोड़ती है।
योगी के ‘मोदी जी की सेना’ वाले बयान को विपक्ष ने आड़े हाथों लिया था। विपक्ष ने इसे सेना का अपमान बताया है। मीडिया की खबरों का संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने गाजियाबाद के डीएम से मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की रिपोर्ट मंगाई है। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी बीडीआर तिवारी ने बताया कि डीएम की रिपोर्ट और भाषण की सीडी आने के बाद इसे चुनाव आयोग भेजा जाएगा।
वहीं, डीएम गाजियाबाद रितु माहेश्वरी का कहना है कि निर्वाचन आयोग ने घंटाघर रामलीला मैदान में हुई रैली की सीडी मंगाई है। आयोग को सीडी भेजी जा रही है।