हर रोज कुछ सीखने की रखें चाह, अवश्य मिलेगी पहचान!

लखनऊ  के ‘माइकल जैक्शन’ आर्येन्द्र ने बताये सफलता के राज

लखनऊ : अगर आप एक ऐक्टर हैं तो आपको डांस की जरूरत पड़ेगी, अगर आप डांसर हैं तो चेहरे पर भाव लाने के लिए ऐक्टिंग की जरूरत पड़ेगी। इसी तरह मॉडलिंग और म्यूजिक आदि हर कला के बीच एक संबंध बना हुआ है। सीखने की कोई सीमा नहीं होती। हर रोज कुछ न कुछ सीखने की चाह रखें और अपने अनुभव में बदलाव लायें तो पहचान आपको जरूर मिलेगी। कुछ इसी अंदाज में आजकल धूम मचा रहे हैं राजधानी लखनऊ के माइकल जैक्शन आर्येन्द्र सिंह। कक्षा 11वी के छात्र अलीगंज निवासी डांसर—सिंगर आयेन्द्र ने ‘प्रभात’ से बातचीत में बताया कि सात वर्ष पहले वर्ष 2012 में मेरे स्कूल में माइकल जैक्शन की डीवीडी के लिए आडिशन के लिए मुझे मौका मिला था। हालांकि उसमें मैं सेलेक्ट तो नहीं हो पाया था लेकिन घर जाकर जब ड्रेसिंग टेबल के सामने उन स्टेप्स को कर के देखा तो मुझे यह एहसास हुआ कि यह वह चीज है जिसके लिए मैं बना हूं।

आर्येन्द्र ने बताया कि कुछ वर्ष लखनऊ के स्टेज पर परफार्म करने के बाद मेरे दिमाग में ख्याल आया कि डांस एक ऐसी चीज है जो आप हमेशा दूसरे के गाने पर कर सकते हैं। और मुझे यह अनुभव हुआ कि मेरी कला के आगे भी कुछ मजबूरी है। तब मुझे लगा कि म्यूजिक का सहारा लेना चाहिए। कैसा होगा अगर आप जिस गाने पर डांस कर रहे हों वह गाना भी खुद आपका अपना हो। इसी ख्याल के तहत आर्येन्द्र ने डांस के साथ खुद अपना म्यूजिक भी शूट करना शुरू कर दिया। आर्येन्द्र का कहना है कि शुरुआत के दिनों में तो मेरे अपने ही, खासकर गांव के लोग मेरी मम्मी से कहते थे कि इसको नचनिया बना दिया। परेशान होकर मेरी मम्मी भी अपने दोस्तों से पूछती थीं कि ऐसा क्या करें जिससे यह पढ़ने लगे।

लेकिन आर्येन्द्र को तो माइकल जैक्शन बनने का जुनून सवार था और उसके मन में कुछ कर गुजरने की तमन्ना हिलोरे मार रही थी। तभी तो उसने निराला नगर के मंजरी इंस्टीट्यूट से 2014 से 2016 तक दो वर्ष डांसिंग की ट्रेनिंग ली और फिर धीरे—धीरे अपने फन में माहिर होते गये। और फिर वह घड़ी आ गयी जिसका आर्येन्द्र को इंतजार था। 2014 में आयोजित लखनऊ महोत्सव में आर्येन्द्र को डांंसिंग का फस्ट प्राइज मिला तो लगा कि जैसे हौसलों को उड़ान मिल गयी हो। इसके बाद 2016 के लखनऊ महोत्सव में भी आर्येन्द्र ने सेकेंड प्राइज प्राप्त किया। इसके बाद 2018 में अवध आईकान अवार्ड 2018 में डांसिंग का फस्ट प्राइज जीतकर आर्येन्द्र ने साबित कर दिया कि वह लखनऊ के माइकल जैक्शन हैं। इस समय आर्येन्द्र लखनऊ के लिरिक्स अकादमी में बच्चों को डांसिंग की ट्रेनिंग देकर उनकी प्रतिभा निखार रहे हैं।

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