मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने किसानों की कर्जा माफी के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए शिवराज सिंह ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि, राहुल गांधी ने कहा था कि मध्य प्रदेश में सरकार बनने के दस दिन के भीतर अगर किसानों का कर्जा माफ नहीं हुआ तो वो मुख्यमंत्री बदल देंगे। आज सौ दिन से ज्यादा बीत गए, लेकिन मध्य प्रदेश में किसानों का कर्जा माफ नहीं हुआ है। ऐसे में तो राहुल गांधी को दस सीएम बदलने पड़ेंगे।
वहीं शिवराज सिंह के निशाने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ भी रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों का कर्जा माफ करने की सरकार की मंशा सवाल खड़े कर रही है। क्योंकि जिस दिन लोकसभा चुनाव का ऐलान हुआ और आचार संहिता लागू हुई। उसी दिन कमलनाथ सरकार ने आनन-फानन में किसानों के फोन पर मैसेज भेजा था। जिसमें लिखा था कि चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। ऐसे में चुनाव के बाद आपका कर्जा माफ होगा। इस पर सवाल खड़े करते हुए शिवराज सिंह ने मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का हवाला देते हुए कहा कि, इसमें ये लिखा गया है कि चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद भी जो पुरानी योजनाएं चल रही हैं, जिसमें हितग्राहियों की पहचान हो चुकी है। ऐसी योजना को जारी रखा जा सकता है, ऐसे में प्रदेश सरकार झूठ बोल रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत को किसानों के खातों में पैसा पहुंचा है तो फिर मध्य प्रदेश में किसानों का कर्जा क्यों नहीं माफ हुआ।
वहीं शिवराज सिंह चौहान ने किसानों की कर्जमाफी के लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा बजट में किए गए प्रावधान पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने बताया कि प्रदेश में किसानों पर 48 हजार करोड़ का कर्ज है। लेकिन सरकार ने इसके लिए बजट में केवल 5 हजार करोड़ का प्रावधान किया। इसमें से भी केवल 13 सौ करोड़ रुपए बैंकों तक पहुंचे। इसमें से 600 करोड़ सहकारी बैंकों तक तो बाकी 700 करोड़ अन्य बैंकों तक पहुंचा है। ऐसे में लोन की राशि बैंकों को नहीं मिलने से अब वो किसानों को कर्जा चुकाने के लिए नोटिस भेज रहे हैं। केवल मध्य प्रदेश ही नहीं राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी यही हाल हो रहा है।