कांग्रेस (Congress) सुप्रीमो राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के दक्षिण भारत के वायनाड (Wayanad) से लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने तंज कसे हैं। उन्होंने कहा है कि अमेठी में डूबते जहाज को देखकर कप्तान ही भाग गया। उन्होंने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। रविशंकर प्रसाद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री तथा आगामी लोकसभा चुनाव में पटना साहिब सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी हैं।
बता दें कि राहुल गांधी अपने परिवार की पारंपरिक सीट अमेठी के साथ केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ने जा रहे हैं। पिछली बार की तरह इस बार भी अमेठी में उनका सामना केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से होगा। गत लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने स्मृति ईरानी को 1.07 लाख वोटों से हराया था।
असुरक्षा के भाव में गए वायनाड
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने जो भ्रम व असत्य का जाल फैलाया था, उसकी सच्चाई अब सामने आ गई है। इससे अमेठी में उनकी जड़ें हिलने लगी हैं। इस कारण असहाय व असुरक्षित राहुल गांधी अमेठी को छोड़कर दक्षिण भारत के वायनाड चले गए हैं।
2011 की जनगणना में छिपी हकीकत
रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस के इस फैसले के पीछे के अपने तर्क दिए। उप्होंने कहा कि कुछ लोग विचारों से हिंदु होते हैं तो कुछ समर्पित भावना से हिंदु होते हैं। लेकिन कुछ लोग चुनावी हिंदु होते हैं। राहुल के वायनाड जाने की सच्चाई 2011 की जनगणना के आंकड़ों में छिपी है। आंकड़ों के मुताबिक वहां की लगभग 49 फीसद आबादी हिंदु है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अगर राहुल गांधी को दक्षिण भारत का प्रेम होता तो वे कहीं और जाते, न कि वायनाड। उनके फैसले में अपनी सुरक्षा का भाव गंभीर है।
कांग्रेस के बयान से आती हंसी
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस संबंध में कांग्रेस के एके एंथोनी व रंजीत सुरजेवाना के बयान देखकर हंस आती है।
विदित हो कि एके एंटनी ने रविवार को बताया कि राहुल गांधी के कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु तीनों जगह से चुनाव लड़ने की भारी मांग थी। चूंकि, वायनाड इन तीनों राज्यों का केंद्र बिंदु है, इसलिए राहुल गांधी को अमेठी के अलावा वायनाड से भी चुनाव लड़ने के लिए चुना गया। इससे तीनों ही राज्यों के कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान हुआ है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी जी के लिए अमेठी किसी लोकसभा सीट के बजाय परिवार रहा है और उन्होंने हमेशा कहा है कि वो अमेठी से कभी दूर नहीं जाएंगे। लेकिन उत्तर और दक्षिण भारत की संस्कृतियों के संगम के रूप में पार्टी और राहुल जी ने केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ने का निर्णय लिया।
कांग्रेस बताए, सबरीमाला पर क्या है स्टैंड
रविशंकर ने सवाल किया कि अगर राहुल गांधी दक्षिण भारत की संस्कृति बचाने गए हैं तो बताएं कि सबरीमासला पर उनका स्टैंड क्या है? वामपंथ का अपना स्टैंड है तो भाजपा का स्टैंड भी स्पष्ट है। अब कांग्रेस दक्षिण कर संस्कृति से जुड़े इस मामले पर अपना रूख साफ करे।
दक्षिण के नेताओं का किया बुरा हाल
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस दक्षिण की संस्कृति की बात करती है। जबकि, उसने वहां के अपने नेताओं तक कर बुरा हाल किया है। नरसिंह राव दक्षिण भारत से भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। उनकी मौत के बाद शव को दिल्ली के कांग्रेस दफ्तर तक जाने दिया गया था। कांग्रेस ने एनटी रामाराव व जयललिलता के साथ क्या किया, जग-जाहिर है। कांग्रेस ने दक्षिण भारत में किसी भी जमीनी के नेता बढ़ने नहीं दिया और आज वहां की संस्कृति बचाने की बड़ी बात कर रही है। आज भी तमिलनाडु में कांग्रेस हाशिए पर है, क्योंकि वहां किसी भी जमीनी नेता को बढ़ने नहीं दिया गया।