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गौरतलब है कि पश्चिम उत्तर प्रदेश की आठ लोकसभा सीटों सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर के लिए पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को होना है। वहीं, दूसरे चरण में भी क्षेत्र की आठ सीटों नगीना, अमरोहा, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा और फतेहपुर सीकरी में 18 अप्रैल को वोट पड़ेगा। पिछले लोकसभा चुनाव में इन दोनों चरणों की सभी 16 सीटों पर भाजपा का कब्जा था। हालांकि, कैराना के सांसद हुकुम सिंह की मौत के बाद हुए उपचुनाव में ये सीट रालोद के खाते में चली गई थी। इस चुनाव में सपा, बसपा और रालोद का गठबंधन भाजपा के सामने कड़ा मुकाबला बना हुआ है। कांग्रेस भी इन सीटों पर त्रिकोणात्मक लड़ाई की फिराक में है। ऐसे में पहले और दूसरे चरण की 16 सीटों पर अपना कब्जा बरकरार रखना भाजपा के लिए इस समय बड़ी चुनौती है।